जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि । कोरोना संक्रमण के घटते मामले के बाद रेलवे ने ट्रेनों का संचालन पूरी रफ्तार से चलाना शुरू कर दिया है। इसका फायदा यात्रियों को मिलने लगा है। जो ट्रेनें पिछले तीन से चार माह से बंद थी, वो अब फिर पटरी पर आ गई हैं। पश्चिम मध्य रेलवे की सीमा में आने वाले जबलपुर, भोपाल और कोटा रेल मंडल में 1 जून से अब तक कुल 28 ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है। इतना ही नहीं जबलपुर से भी बंद ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है। हालांकि यात्रियों को अभी तक वो सुविधा नहीं मिली है, तो कोरोना संक्रमण के पहले मिलती थीं। रेलवे का कहना है कि इन सुविधाओं को स्पेशल ट्रेन को नियमित करते ही शुरू कर देगा।
ट्रेनों में बढ़ी वेटिंग: अनलाक में यात्री ट्रेनों में सफर करना शुरू कर दिए हैं। जबलपुर मंडल से ही चलने वाली ट्रेनों की स्थिति यह है कि कई ट्रेनों में लंबी वेटिंग लग चुकी है। पमरे को इन ट्रेनों में यात्रियों को आरक्षित सीट देने के लिए अतिरिक्त कोच लगाना पड़ रहा है। जबलपुर से चलने वाली गरीब रथ से लेकर जबलपुर—हावड़ा शक्तिपुंज, रीवा—इतवारी, जबलपुर—बांद्रा स्पेशल और जबलपुर—कोयम्बटूर स्पेशल में अतिरिक्त कोच लगाने पड़े।
लंबी दूरी की ट्रेनों में ज्यादा भीड़: 11 से 17 जून के बीच न सिर्फ सामान्य यात्री बल्कि अब प्रवासी कामगार की भी संख्या ट्रेनों में बढ़ रही है। यह फिर काम पर लौटने लगे हैं। इन सात दिनों में पमरे समेत सभी जोन में लगभग 32.56 लाख यात्रियों ने लंबी दूरी की मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के द्वारा उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, और मध्य प्रदेश जैसे क्षेत्रों से मुंबई, पुणे, सूरत, अहमदाबाद और हैदराबाद जैसे क्षेत्रों के लिए यात्रा की है।
खास बात:
— रेल ने जून 2021 में 660 अतिरिक्त ट्रेनों को दी स्वीकृति
— 18 जून 2021 तक, लगभग 983 मेल/एक्सप्रेस ट्रेेनें चलीं
— 7 दिनों में ट्रेन में अब तक 32.56 लाख यात्रियों ने यात्रा की?
— कोविड से पहले, हर दिन 1768 मेल—एक्सप्रेस चल रही थीं
— कोविड से पहले की तुलना में अभी लगभग 56 प्रतिशत है।
इन रूट पर चलाई ट्रेन:
—गोरखपुर-मुंबई
— भागलपुर-मुंबई
— दानापुर-पुणे
— बरौनी- अहमदाबाद
— समस्तीपुर-मुंबई
— दानापुर-सिकंदराबाद
— रक्सौल-सिकंदराबाद
— पाटलिपुत्र-बंगलुरू
— छपरा-मुंबई
— गुवाहाटी-बंगलुरू
— गोरखपुर-हैदराबाद