नई दुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। रांची थाना क्षेत्र निवासी मिलिट्री अस्पताल के सेवानिवृत्ति जवान नायक कई युवाओं को सेना में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। उनसे लगभग 45 लख रुपए ऐड कर हड़प गया। आरोपित मड़ई निवासी राजेश कुमार राजभर को गुरुवार को सेना की खुफिया शाखा ने दबोचा। यह कार्रवाई खुफिया शाखा को रांची में कुछ युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र जारी होने की शिकायत मिलने के बाद की गई है।
पूछताछ के बाद उसे रांची पुलिस के सुपुर्द किया गया है। आरोपित के विरुद्ध रणजी थाना में धोखाधड़ी का मामला पंजीबद्ध किया गया है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। रांची पुलिस फर्जीवाड़े को लेकर आरोपित से पूछताछ और जांच कर रही है। उसके बैंक अकाउंट एवं मोबाइल फोन कॉल डिटेल्स की जांच की जा रही है।
आरोपित सेवानिवृत्ति (वर्ष 2016) से पूर्व लगभग 4 वर्ष तक मिलिट्री अस्पताल में पदस्थ था। जिसके कारण उसकी वहां अधिकारियों एवं कर्मचारियों से पहचान थी। सेवानिवृत्ति के बाद उसने कुछ युवकों को सेवा में नौकरी लगवाने का झांसा दिया। उसने बताया कि उसकी बड़े अधिकारियों से अच्छी पहचान है। उनका सिर्फ शारीरिक चिकित्सकीय परीक्षण होगा। जिसमें वह जुगाड़ से पास कर देगा। उसके बाद अधिकारियो से बोलकर उनकी नियुक्ति करवा देगा। आरोपित ने कुछ बेरोजगार युवक-युवती को अपने साथ लेकर मिलिट्री अस्पताल भी गया। जहां अपनी जान पहचान बताकर नौकरी लगवाने बोलकर उनसे ठगी किया।
आरोपित ने कुछ युवाओं से रुपए बैठने के बाद उन्हें नौकरी के फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिए थे। खुफिया शाखा को आरोपित के पास से भी कुछ फर्जी नियुक्ति पत्र एवं जाल अभिलेख मिले हैं। फर्जी नियुक्ति पत्रों में सेना के अलग-अलग कमान से संबंधित पत्र है। उसमें युवक-युवतियां के नाम लिखे मिले हैं। इन नियुक्ति पत्रों को जलसाजी करते हुए 506 आर्मी बेस वर्कशॉप, जैक आरआरसी, मुख्यालय मध्य भारत क्षेत्र (चिकित्सा शाखा), कमांडेंट मिलट्री हॉस्पिटल, कर्नल हेड क्वार्टर एमपी एरिया, आईक्यूएच दिल्ली के नाम से जारी किया गया है। इनमें सील लगी पाई गई है जो आरंभिक जांच में फर्जी मिली है।
आरंभिक जांच में पता चला है कि आरोपित ने कई युवक युक्तियां के साथ धोखाधड़ी की है। कुछ लोगों से उसने नगद राशि प्राप्त किया। कुछ लोगों ने उसे ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर किए हैं। अभी तक अरविंद कोल से चार लाख 80 हजार, भगवानदास राय से एक लाख 70 हजार, प्रीति घोष से चार लाख 65 हजार, अशोक कुशवाहा से दस लाख, संजय सेंगर से चार लाख, नीलम सिंह राजपूत से साढ़े तीन लाख, संतोष कोल से तीन लाख 75 हजार, पूजा गुप्ता से छह लाख 35 हजार, संतोष कुमार से दो लाख 84 हजार और आशीष कोल से दो लाख 30 हजार रुपए आते जाने का पता चला है।