नईदुनिया, जबलपुर (Indian Railway)। इटारसी-कटनी, जबलपुर-गोंदिया सहित 56 ट्रेनें अगले माह से फिर से नियमित यात्री गाड़ी के रूप में संचालित होंगी। इस संबंध में पश्चिम मध्य रेल ने आदेश जारी किए हैं। संबंधित ट्रेनों का परिचालन कोरोना काल से विशेष गाड़ी के रूप में किया जा रहा है।
रेलवे के स्पेशल ट्रेन के लिए निर्धारित शून्य अंक को ट्रेनों के नंबर के आगे जोड़ा गया था। एक दिसंबर, 2025 से पैसेंजर ट्रेनों के सामने से शून्य का अंक हट जाएगा।
05703/05704 | जबलपुर-नैनपुर-जबलपुर | 51703/51704 |
05705/05706 | जबलपुर-नैनपुर-जबलपुर | 51705/51706 |
05713/05714 | जबलपुर-गोंदिया-जबलपुर | 51707/51708 |
06619/06620 | इटारसी-कटनी-इटारसी मेमू | 61617/61618 |
06603/06604 | बीना-कटनी मुड़वारा-बीना मेमू ट्रेन | 61619/61620 |
06617/06618 | कटनी-चिरमिरी-कटनी मेमू | 61601/61602 |
06623/06624 | कटनी-बरगवां-कटनी मेमू | 61603/61604 |
06625/06626 | कटनी-सतना-कटनी मेमू | 61605/61606 |
06635/06636 | सतना-मानिकपुर-सतना मेमू | 61607/61608 |
06637/06638 | सतना-मानिकपुर-सतना मेमू | 61609/61610 |
06607/06608 | बीना-गुना-बीना ट्रेन | 61611/61612 |
माता वैष्णोदेवी के दर्शन करने के लिए तीर्थयात्रियों के जत्थे को लेकर विशेष ट्रेन आगामी नौ दिसम्बर को जबलपुर से कटरा के लिए रवाना होगी। मां वैष्णोदेवी यात्रा सेवा समिति मदनमहल की ओर से तीर्थयात्रियों के लिए यह स्पेशल ट्रेन बुक की गई है।
वैष्णोदेवी के दर्शन के लिए यह ट्रेन दिल्ली, जम्मू होकर कटरा जाएगी। वहां से वैष्णोदेवी के लिए यात्री बस से जाएंगे। जम्मू व कटरा में यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है।
वहीं दूसरी ओर जबलपुर संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा से भेंट की । इस दौरान प्रतिनिधि मंडल के पदाधिकारियों ने उन्हें जबलपुर पुणे सीधी वायु सेवा तथा जबलपुर पुणे नियमित ट्रेन चलाने की मांग को लेकर एक मांग पत्र सौंपा।
समिति संयोजक हिमांशु खरे नेर बताया कि जबलपुर पुणे के मध्य सीधी वायु सेवा की आवश्यकता हो गई है। हजारों की संख्या में जबलपुर के युवा पुणे में उच्च शिक्षा एवं रोजगार के लिए निवासरत हैं एवं दोनों शहरों के बीच की दूरी को देखते हुए पूर्व की भांति वायु सेवा शीघ्र आरंभ हो। इसके लिए राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा को समिति के प्रतिनिधि मंडल ने एक मांग पत्र सौंपा।
विवेक तन्खा ने कहा कि जबलपुर की पहचान रानी दुर्गावती, ओशो, महर्षि महेश योगी एवं स्वामी स्वरूपानंद की वजह से जबलपुर को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पहचान प्राप्त हुई है। पुणे के लिए सीधी वायु सेवा बेहद आवश्यक है जिसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
विवेक तन्खा बोले-जबलपुर को आचार्य रजनीश ओशो ने अंतरराष्ट्रीय पहचान दी है तथा जबलपुर एवं पुणे में ओशो के बहुत बड़ी संख्या में अनुयायी रहते हैं। विमान एवं ट्रेन की इस पहल से दोनों शहरों के नागरिकगण लाभान्वित होंगे जिसके लिए समुचित प्रयास किए जाएंगे।