जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जबलपुर से होकर दुर्ग से भोपाल के बीच चलने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस के यात्रियों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। ट्रेन में एलएचबी कोच लगाए जा रहे हैं। इन नए कोचों के साथ यह ट्रेन 15 दिसंबर से चलेगी। दरअसल अभी ट्रेन में लगे पुराने कोचों की हालात बदहाल हो चुकी है। यात्रियों को अपनी यात्रा टूटी सीट और खिड़की, बदबू मारते बाथरूम के बीच पूरी करनी पड़ती है, लेकिन अब इस ट्रेन में रेलवे सबसे आधुनिक कोच लगाने जा रहा है।
यह कोच सुरक्षा और संरक्षा में पुराने कोचों की तुलना में 90 फीसदी बेहतर हैं। दरअसल रेलवे ट्रेन 12853-54 दुर्ग-भोपाल-दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस को एलएचबी कोच के साथ चलाएगा। इस ट्रेन में वातानुकूलित प्रथम श्रेणी के एक कोच में 10 सीट, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी में 132 सीट और वातानुकूलित तृतीय श्रेणी में 216 सीट हैं। वहीं स्लीपर में 960 सीट हैं। इन कोचों के लगने के बाद अब अमरकंटक एक्सप्रेस में 1318 बर्थ हो गई हैं।
रूट-समय नहीं बदला, सिर्फ रैक बदला
छत्तीसगढ़ के दुर्ग और रायपुर से जबलपुर और भोपाल को जोड़ने वाली यह एक मात्र ट्रेन हैं, लेकिन अभी तक यह ट्रेन बदहाल कोचों के साथ ही चल रही थी। लगातार यात्रियों की शिकायत और जनप्रतिनिधियों की मांग के बाद बिलासपुर रेलवे जोन ने इस ट्रेन में एलएचबी कोच लगाए हैं। अब यह ट्रेन 22 एलएचबी कोच के साथ चलेगी। हालांकि रेलवे ने ट्रेन का समय और रूट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। यह कोच सुरक्षित हैं, इस वजह से इन्हें 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा चलाया जा सकता है। हालांकि बिलासपुर से इंदौर के बीच चलने वाली नर्मदा एक्सप्रेस में अभी भी एलएचबी कोच नहीं लगाए गए हैं।