
जबलपुर। ज्येष्ठ मास 22 जून को समाप्त हो जाएगा 23 जून से आषाढ़ मास आरम्भ होने जा रहा हैं। यह महीना व्रतों और त्योहारों से भरपूर होता है। इस बार आषाढ़ माह में 14 प्रमुख व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं।
देवशयनी एकादशी, गुप्त नवरात्र, जगन्नाथ रथ यात्रा व गुरु पूर्णिमा भी इसी माह में मनाए जाएंगे। इस माह को भगवान विष्णु और भगवान शिव को समर्पित माना जाता है। इनकी पूजा-अराधना विशेष रूप से की जाती है।
23 जून से आषाढ़ माह की शुरुआत हो रही है और यह 21 जुलाई 2024 तक चलेगा। देवशयनी एकादशी भी इसी महीने में होती है, जब भगवान विष्णु चार महीने के लिए क्षीर सागर में शयन निद्रा में चले जाते हैं। इस अवधि में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है।

लगेगा चातुर्मास
आषाढ़ माह के दौरान देवशयनी एकादशी मनाई जाती है। इस दिन से चातुर्मास प्रारंभ होता है। आषाढ़ माह में योगिनी एकादशी प्रदोष व्रत मासिक शिवरात्रि कर्क संक्रांति गुरु पूर्णिमा समेत कई अन्य व्रत-त्योहार भी मनाए जाते हैं।
सूर्यदेव के पूजन से रोगमुक्ति
धार्मिक मान्यता है कि आषाढ़ माह में भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी का पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही इस माह में दान-धर्म का भी विशेष महत्व है। आचार्य सौरभ दुबे ने बताया कि मान्यतानुसार, आषाढ़ माह में भगवान सूर्य देव के पूजन से रोग से भी मुक्ति मिलती है।
आषाढ़ में ये प्रमुख व्रत, पर्व