फर्जी पासपोर्ट रैकेट का खुलासा : अफगानी युवकों को भारतीय दस्तावेज दिलाने वाले गिरोह का एक और सदस्य गिरफ्तार
जबलपुर में एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने अफगानी युवकों को भारतीय आधार कार्ड(fake Aadhaar cards India) और पासपोर्ट दिलाने वाले गिरोह(Afghan fake passport racket) के एक और सदस्य चंदन सिंह को गिरफ्तार किया है। ATS ने बताया कि गिरोह द्वारा तैयार किए गए फर्जी दस्तावेजों में शामिल दो अफगानियों की पहचान अकबर और इकबाल के रूप में हुई है।
Publish Date: Sat, 02 Aug 2025 11:20:12 PM (IST)
Updated Date: Sat, 02 Aug 2025 11:20:12 PM (IST)
फर्जी पासपोर्ट रैकेट का खुलासा। Afghan fake passport racket(फाइल फोटो)HighLights
- फर्जी पासपोर्ट रैकेट का खुलासा।
- अफगानी युवकों को फर्जी पासपोर्ट।
- गिरोह में शामिल एक व्यक्ति गिरफ्तार ।
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने अफगानी युवकों को भारतीय आधार कार्ड(fake Aadhaar cards India) और पासपोर्ट दिलाने वाले गिरोह(Afghan fake passport racket) के एक और सदस्य चंदन सिंह को गिरफ्तार किया है। इससे पहले शुक्रवार को ATS ने अफगान नागरिक सोहबत खान को पकड़ा था। उसके बाद भारतीय दस्तावेज बनवाने में मदद करने वाले वन विभाग के कर्मचारी दिनेश गर्ग और महेंद्र कुमार सुखदन को गिरफ्तार किया गया था।
पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा
पूछताछ के दौरान सामने आया कि सोहबत खान अकेला नहीं था, जिसने आधार कार्ड बनवाया। दरअसल, 19 और अफगानी नागरिकों के फर्जी आधार कार्ड और भारतीय दस्तावेज तैयार किए गए। ये सभी वर्तमान में पश्चिम बंगाल और देश के अन्य राज्यों में रह रहे हैं।
जांच के आधार पर ATS ने शनिवार को गिरोह के एक और सदस्य चंदन सिंह को जबलपुर से गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि अफगानी युवकों के दस्तावेज जबलपुर के ही पते पर बनाए गए।
दो और अफगानियों की पहचान
ATS ने बताया कि गिरोह द्वारा तैयार किए गए फर्जी दस्तावेजों में शामिल दो अफगानियों की पहचान अकबर और इकबाल के रूप में हुई है। ये दोनों वर्तमान में पश्चिम बंगाल में रह रहे हैं। ATS अब उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।
कैसे पकड़ा गया चंदन सिंह
ATS का दल जब चंदन सिंह को पकड़ने पहुंचा, तो उसने खुद को अधिवक्ता बताते हुए कार्रवाई को प्रभावित करने की कोशिश की। हालांकि, सख्ती बरतने पर उसने अफगानी युवकों के फर्जी दस्तावेज तैयार करने की बात स्वीकार कर ली।शनिवार को चंदन को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे केंद्रीय कारागार भेज दिया गया।
तीन आरोपित रिमांड पर
इस मामले में गिरफ्तार किए गए अफगानी युवक सोहबत खान, वन विभाग के कर्मचारी दिनेश गर्ग और महेंद्र कुमार सुखदन को ATS ने पांच अगस्त तक रिमांड पर लिया है।
सोहबत खान का बैकग्राउंड
जांच में पता चला कि सोहबत खान भारत आने के बाद कुछ समय तक बंगाल में रहा। इसके बाद वह भोपाल और फिर 2015 में जबलपुर पहुंचा। यहां उसने एक युवती से निकाह किया और ओमती क्षेत्र में किराए के मकान में रहने लगा।
वह फेरी लगाकर कंबल और कालीन बेचता था। कुछ समय पहले उसने सोशल मीडिया पर हथियार के साथ अपनी फोटो शेयर की, जो ATS के संज्ञान में आई। जांच में यह भी सामने आया कि सोहबत खान ने अफगानिस्तान जाने के लिए जो पासपोर्ट इस्तेमाल किया, वह भी फर्जी था।