जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। चारों ओर पहाड़ों और हरे-भरे जंगलों से घिरा जबलपुर। जिसकी सीमा में प्रवेश करते ही यहां का प्राकृतिक सौंदर्य हर किसी का मनमोह लेता है। प्रकृति की गोद में बसे शहर को मां नर्मदा का आशीर्वाद भी प्रदान है। नर्मदा के पावन जल से न सिर्फ शहर की प्यास बुझती है बल्कि नर्मदा पर बनने वाले जलप्रपात, घाटों और इस पर बने बांध की खूबसूरती ने शहर के पर्यटन को बढ़ावा दिया है। भेड़ाघाट, बरगी बांध, ग्वारीघाट व तिलवारा जैसे घाट शहर में आने वाले लोगों के लिए घूमने की सबसे पसंदीदा स्थान हैं। प्राकृतिक स्थल के रूप में डुमना नेचर पार्क भी एक ऐसा स्थान हैं जहां प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही वन्य जीवों का जीवन देखने मिलता है। इसके साथ ही गोंड साम्राज्य की संपन्नता और वीरता की गाथा कहता मदन महल का किले नाम से भी शहर को पहचाना जाता है।
भेड़ाघाट का धुंआधार जलप्रपात : शहर में आने वाले करीब 80 प्रतिशत पर्यटक भेड़ाघाट जाना स्वत: पसंद करते हैं शेष यदि किसी के साथ चले गए तो वे भी भेड़ाघाट का सौंदर्य देखने से वंचित नहीं रह पाते। भेड़ाघाट के धुंआधार जलप्रपात, पंचवटी का प्राकृतिक सौंदर्य तो पर्यटकों को आकर्षित करता ही है साथ ही नर्मदा तट होने पर लोगों की आस्था भी जुड़ी है।
विशेषताएं: नर्मदा तट पर सफेद संगमरमर की चट्टानों की सुंदरता मनमोह लेती है। इसके साथ ही संगमरमर की चट्टानों के बीच से बनता नर्मदा का प्राकृतिक जलप्रपात देखने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। इसके साथ ही यहां कल्चुरी कालीन चौसठ योगिनी मंदिर भी विशेष हैं। जहां काले पत्थर की बनी शिव-पार्वती की प्रतिमा मनमोहक है। भेड़ाघाट में पंचवटी घाट से नौकायन करके संगमरमरी चट्टानों को नजदीक से देखा जा सकता है।
दूरी : जबलपुर शहर से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भेड़ाघाट तक आसानी से सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा नजदीकी रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा भी जबलपुर ही है।
बरगी बांध : नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध मेें चारों ओर भरे पानी की खूबसूरती देखने भी पूरे साल काफी पर्यटक पहुंचते हैं। इसके अलावा बारिश के समय में जब बांध के गेट खुलते हैं तो एक दिन में हजार से भी ज्यादा स्थानीय लोग यहां पहुंचकर जलप्रवाह देखने का लुत्फ उठाते हैं।
विशेषताएं : बरगी बांध एक एक महत्वपूर्ण पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो चुका है। यहां मप्र शासन के रिसार्ट भी हैं। इनके साथ ही बोड राइड, फिशिंग, वाटर स्कूटर, क्रूज की भी व्यवस्थाएं हैं। यहां तोता, मैना, सारस, कबूतर जैसे स्थानीय पक्षी भी आसानी से देखे जा सकते हैं।
दूरी : शहर से बरगी बांध की दूरी करीब 40 किलोमीटर है। जहां सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है। इसके साथ ही जबलपुर ही सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डा है।
मदन महल का किला : करीब 500 मीटर की ऊंचाई पर ग्रेनाइड के पहाड़ को काटकर बनाया गया मदन महल का किला कभी गौड़ राजा मदन शाह की चौकी हुआ करता था। इस किले की इमारत से सेना अवलोकन पोस्ट के रूप में उपयोग किया जाता था। वर्तमान में यह भारतीय पुरातत्व संस्थान की देखरेख में है।
विशेषताएं : मदन महल के किले के बारे में कहा जाता है कि वीरांगना रानी दुर्गावती ने अपने पूर्वजों द्वारा बनाए गए इस किले का युद्ध के समय उपयोग किया। देखने लगता है कि इसके दो खंड रहे होंगे लेकिन अब कुछ ही भाग बचा है। इस महल में कई गुप्त सुरंगे हैं जिन्हें युद्ध के दौरान वीरांगना रानी दुर्गावती ने भी किया।
दूरी : मदन महल का किला शहर की अंदर ही है। जिसकी दूरी रेलवे स्टेशन से करीब पांच किलोमीटर है। स्टेशन से किसी भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
नर्मदा का एक घाट ग्वारीघाट : नर्मदा नदी के तट पर बना एक प्रमुख घाट ग्वारीघाट। जिसके मुख्य घाट को उमाघाट कहा जाता है। वैसे तो शहर में नर्मदा के तट पर बने कई घाट हैं जैसे जिलहरी, तिलवारा लेकिन ग्वारीघाट में लोगों की सबसे अधिक भीड़ रहती है। मां नर्मदा के प्रति आस्था के कारण यहां हर दिन सुबह चार बजे से रात 12 एक बजे तक करीब दो से तीन हजार लोग हर दिन आते हैं। जिसमें स्थानीय से लेकर बाहरी लोग भी शामिल हैं।
विशेषताएं : नदी के बीचों-बीच बना मां नर्मदा का मंदिर यहां की विशेषता है। लाल जयपुरी पत्थरों से घाट का पुर्ननिर्माण किया गया है। पूरा दिन शाम होते तक यहां नौकायन का आनंद लिया जा सकता है। शाम को होने वाली महाआरती और दीपदान में लोगों की श्रद्धा व विश्वास देखते ही बनता है।
दूरी : ग्वारीघाट शहर में ही स्थित है। जिसकी रेलवे स्टेशन से दूरी करीब 10 किलोमीटर होगी। यहां सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
डुमना नेचर पार्क : डुमना नेचर पार्क शहर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इसे डुमना नेचर रिवर्ज पार्क के नाम से भी जाना जाता है। फैक्ट्रियों के पीछे स्थिति डुमना के जंगलों के बीच बना यह पार्क प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। यहां पार्क के बीच में बनी खंदारी झील पार्क की सुंदरता को और भी बढ़ाती है। इसके साथ ही खंदारी से बारिश के दिनों में बनने वाला जलप्रपात से पानी कांच की तरह चमकता प्रतीत होता है।
विशेषताएं : डुमना को पर्यटकों की सुविधा की दृष्टि से सर्वसुविधायुक्त बनाया जा रहा है। यहां वन्य जीवों जैसे हिरण, चीतल, मोर, बंदरों का झुंड, मगरमच्छ आसानी से देखे जा सकते हैं। इसके अलावा यहां आने वालों के लिए साइकल ट्रेक भी बनाया गया है। जो साइकलिंग करने वालों का पसंदीदा स्थान है।
दूरी: डुमना नेचर पार्क जबलपुर हवाई अड्डा रोड पर ही स्थित है। मुख्य शहर से इसकी दूरी करीब 10 किलोमीटर है। जहां सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है।