Lok Sabha Election Result 2024 : भाजपा के नवनिर्वाचित सांसद आशीष दुबे ने बताईं बड़ी जीत के पीछे पांच वजह
Lok Sabha Election Result 2024 : जबलपुर को विकास की पटरी पर तेज गति से आगे बढ़ाना यही मेरा लक्ष्य है और इसके लिए संकल्पित रहूंगा।
Edited By: Pankaj Tiwari
Publish Date: Wed, 05 Jun 2024 08:31:07 AM (IST)
Updated Date: Wed, 05 Jun 2024 08:31:07 AM (IST)
HighLights
- जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा पर विश्वास जताया।
- यदि जबलपुर के साथ न्याय नहीं हुआ तो उसके हित की लड़ाई लड़ना।
- प्रधानमंत्री के रोड शो के बाद कार्यकर्ताओं और जनमानस में जकर उत्साह दिखा।
Lok Sabha Election Result 2024 : नईदुनिया प्रतिनिधि,जबलपुर। जीत के बाद नवनिर्वाचित सांसद आशीष दुबे ने कहा कि पांच साल विकास ही मेरा एजेंडा होगा। शहर के विकास से जुड़े मुद्दों पर सदैव तत्पर रहूंगा। उन्होंने कहा कि शुरू में यदि जबलपुर के साथ न्याय नहीं हुआ तो उसके हित की लड़ाई लड़ना। जबलपुर को उसके हक दिलाने और जबलपुर को विकास की पटरी पर तेज गति से आगे बढ़ाना यही मेरा लक्ष्य है और इसके लिए संकल्पित रहूंगा।
जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा पर विश्वास जताया
दुबे ने कहा जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा पर विश्वास जताते हुए आशीर्वाद दिया है। प्रधानमंत्री के रोड शो के बाद कार्यकर्ताओं और जनमानस में जकर उत्साह दिखा। इस चुनाव में देश की जनता ने खुद चुनाव लड़ा। नरेन्द्र मोदी को तीसरी दफा प्रधानमंत्री बनाने के लिए चुनाव लड़ा। भारत माता परम वैभव पर पहुंचे इसके लिए जनता ने खुद मैदान में उतरकर चुनाव लड़ा है जिसका परिणाम सबके सामने है।
आशीष की बड़ी जीत के पीछे पांच वजह
- संगठन- भाजपा का मजबूत संगठन का लाभ मिला। बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखा। विस्तारक से लेकर पर्यवेक्षकों की लगातार निगरानी में काम किया गया।
- मोदी मैजिक- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जादू तीसरी दफा भी जमकर मतदाताओं पर हावी रहा। राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व को स्थानीय मतदाताओं ने भरोसा जताया।
- राममंदिर- राम मंदिर में रामलला की आयोध्या राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा से हिंदुत्व का मुद्दा हावी रहा। भाजपा को इसका लाभ मिला।
- कांग्रेस का कमजोर संगठन- कांग्रेस का प्रदेश से लेकर नगर संगठन बहुत कमजोर साबित हुआ। चुनाव के काफी वक्त तक कांग्रेस का स्थानीय संगठन ही नहीं तय हो पाया। कार्यकर्ता एकजुट नहीं हो पाए। पार्टी में दल बदल का दौर चला जिससे कार्यकर्ताओं का वरिष्ठ नेताओं से भरोसा कमजोर हुआ। नतीजा जमीन काम नहीं।
- सरकारी योजनाएं- भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हुआ और इसका प्रचार प्रसार किया गया। हितग्राहियों से सीधा संपर्क। लाडली बहना समेत कई योजना के हितग्राहियों का लाभ मिला।