Jabalpur News : जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। एक बुजुर्ग के साथ अजीबोगरीब ठगी हुई। बुजुर्ग ने टीडीएस फार्म न मिल पाने के कारण बैंकिंग लोकपाल भोपाल के उपभोक्ता सेवा में फोन लगाया लेकिन यह नंबर की लाइन ठग से जुड़ गई। पहले तो साइबर ठग ने वृद्ध को अपनी बातों में फंसाया और फिर उसे एक मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करवाकर उससे आधार कार्ड और एटीएम कार्ड स्कैन कर फोन पे के माध्यम से बुलाया। दस्तावेज भेजने के कुछ देर बाद ही बुजुर्ग के खाते से आठ लाख 25 हजार 198 रुपये निकल गए। वृद्ध की शिकायत पर खितौला पुलिस ने मंगलवार को अज्ञात आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया।
खितौला पुलिस ने बताया कि जय भवानी कालोनी निवासी मानिकलाल पटेल रिटायर्ड सरकारी कर्मी हैं। उनका बैंक एकाउंट खितौला बाजार यूनियन बैंक में है। सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन व फंड उसी में जमा हुआ था। जिसमें आयकर विभाग द्वारा टीडीएस काटा गया। वह बैंक गया, जहां से उसे टीडीएस फार्म 16 ए नहीं मिल पा रहा था। परेशान होने पर पटेल ने बैंकिंग लोकपाल भोपाल के कस्टमर केयर में फोन लगाया, लेकिन यह काल साइबर ठग के पास पुहंचा। पहले तो साइबर ठग ने पटेल को बताया कि फार्म उनको ईमेल में प्राप्त हो जाएगा।
आरोपित ने पटेल को प्ले स्टोर से रेस्ट बस्क एप डाउनलोड करने के लिए कहा। पटेल ने एप डाउनलोड किया। जिसके बाद साइबर ठग ने बताया कि एप काम नहीं कर रहा है। जिसके बाद उसने पटेल से कहा कि वे अपने एटीएम और आधार कार्ड को फोन पे से स्केन कर भेज दें। पटेल ने ऐसा ही किया, लेकिन इसके तत्काल बाद उनके एकाउंट से पहले एक लाख , दूसरी बार 2 लाख, तीसरी बार तीन लाख और अलग-अलग दो लाख 25 हजार कट गए। जिसके बाद उनका मोबाइल फोन हैक हो गया।
शिकायतकर्ता बुजुर्ग ने बताया कि बैंक में और पुलिस से सम्पर्क किया। जांच शुरू की गई, तो पता चला कि रकम यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और एचडीएफसी के बैंक खातों में गई। जिसके बाद वहां से रकम को अलग-अलग खातों में भेजी गई है। पुलिस उक्त बैंक खातों के जरिए आरोपितों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।