नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। संजीवनी नगर थाना क्षेत्र निवासी एक इंजीनियरिंग छात्र को परिचित युवक ने रेलवे में लिपिक की नौकरी लगवाने का झांसा दिया। उसकी मां से सवा तीन लाख रुपये लेकर हड़प लिए। भूकंप कॉलोनी एलआईजी निवासी आदर्श पटेल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई किया है। उसकी घमापुर चौक निवासी राकेश कुमार सराठे से जान-पहचान थी। वह अक्सर उसके घर आता-जाता था। जिसके कारण आदर्श की मां से भी राकेश की अच्छी पहचान थी।
एक दिन राकेश ने आदर्श की मां को बताया कि देवरी रेलवे स्टेशन में वाणिज्यिक लिपिक का एक पद रिक्त है। उसकी पश्चिम मध्य रेलवे में पहचान है। वह चाहे तो आदर्श की नौकरी लिपिक के पद पर हो सकती है। लेकिन नियुक्ति के लिए रुपये देने पड़ेंगे। बेटे की सरकारी नौकरी लगने का सोचकर महिला ने राकेश पर विश्वास कर लिया।
उसके बाद आरोपित ने आदर्श और उसकी मांग के साथ धोखाधड़ी का खेल शुरू किया। इस मार्च माह में आरोपित ने आदर्श को रेलवे का जाली पहचान पत्र लाकर दिया। जिसमें कंप्यूटर प्रकोष्ठ, पश्चिम मध्य रेलवे, सिविल लाइंस अंकित था। साथ ही प्रशिक्षण की रेलवे की गणवेश लाकर दिया। बोला कि प्रशिक्षण के बाद उसकी पद स्थापना कर दी जाएगी।
फिर नियुक्ति के लिए स्वास्थ्य जांच की बात कहकर उसे रेलवे अस्पताल बुलाया। जहां, उसे एक महिला से मिलवाया। उसने विभागीय प्रक्रिया में जांच की बात कहते हुए उसके यूरिन सेंपल कराया। निजी अस्पताल से एक्स-रे कराया। रेलवे के नीलांबरी विश्राम गृह भी लेकर गया। फिर वेतन के लिए बैंक खाता खुलवाने का बोलकर उसके लिए आरोपित ने कुछ रुपये झटक लिए।
आरोपित ने आदर्श से नियुक्ति करने वाले अधिकारी को देने के नाम पर पांच लाख रुपये मांगा। उसने धीरे-धीरे किस्त में तीन लाख 24 हजार रुपये दिया। इस पर आरोपित ने पूरी राशि नहीं मिलने का बोलकर उसके प्रशिक्षण की तिथि आगे बढ़ा दिए जाने का बोला। शेष राशि मिलने पर प्रशिक्षण कराने और फिर नियुक्ति पत्र सौंपने का बोला। कुछ समय बाद जब आरोपित ने शेष रुपये लेने और नियुक्ति पत्र मांगा तो वह गोलमोल जवाब देने लगे। आशंका होने पर आदर्श पुलिस के पास पहुंचा और शिकायत कराई।