जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि Dharmashaastr Law University। धर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में पुस्तक खरीदी को लेकर गड़बड़ी का आरोप लगा है। ये आरोप कुछ पुस्तक विक्रेताओं ने लगाए हैं। उनका कहना है कि एक कर्मचारी खुलेआम उनसे 10 फीसद कमीशन की मांग कर रहा है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी में भी बिना निविदा बुलाए ही लखनऊ और दिल्ली की चुनिंदा दुकानों से किताबें क्रय की जा रही हैं। हालांकि पूरे मामले में कुलपति प्रो.बलराज सिंह चौहान ने कहा कि जिस कीमत पर किताबें खरीदी जा रही हैं उससे कम कीमत पर कोई अन्य पुस्तक विक्रेता किताब सप्लाई नहीं कर सकता है। उन्होंने इसके लिए खुली चुनौती दी है। साथ ही कहा है कि निविदा के मुताबिक ही खरीदी प्रक्रिया हुई है आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है।
टेंडर प्रक्रिया नहीं अपनाई गई: धर्मशास्त्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में बीते तीन साल से जो भी पुस्तक,जर्नल क्रय किए है। वो सभी रेपिड बुक सर्विस लखनऊ और मोहन लॉ हाउस नई दिल्ली से क्रय की गई हैं। शिकायत में आरोप है कि खरीदी एक लाख रुपये से ज्यादा की हुई है लेकिन टेंडर प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। इसके अलावा एक कर्मचारी द्वारा खुलेआम क्रय करने से पूर्व 10 फीसद कमीशन की मांग की गई। इस मामले में नवंबर 2020 को एआइआर इनफोटेक कंपनी नागपुर के आशीष साहू ने कुलसचिव आनंद तिवारी को उक्त कर्मचारी द्वारा कमीशन की मांग करने की शिकायत की थी। वहीं जबलपुर के राहुल कटारिया जबलपुर लॉ हाउस वालों ने भी उक्त कर्मचारी की शिकायत कुलसचिव से की थी। फिर भी मामले में कुछ नहीं हुआ।
इससे सस्ती नहीं किताबें :कुलपति प्रो.बलराज चौहान ने कहा कि किताबों की खरीदी नियमानुसार हुई है। शिकायत पूरी तरह से बेबुनियाद है जिन फर्म से खरीदी हो रही है। उनसे सस्ती किताबें कहीं और नहीं मिल सकती है। ये मेरी खुली चुनौती है। उनके अनुसार सभी तरह की प्रक्रिया का पालन हुआ है।