MP में यहां 120 किमी की रफ्तार से दौड़ी सीआरएस स्पेशल, अब दूसरी ट्रेनें भी दौड़ेंगी
निरीक्षण के दौरान 15.85 किमी लंबे अप लाइन पर बने ग्रेड सेपरेटर का सीआरएस ने निरीक्षण करते हुए पाइंट की हाउसिंग एवं टंग रेल, ब्रिज लेआउट की ड्राइंग, गर्डर एवं ब्रिज और रेलवे मानक मापदण्ड पर आधारित स्पान का अवलोकन किया।
Publish Date: Tue, 12 Aug 2025 11:42:19 PM (IST)
Updated Date: Wed, 13 Aug 2025 12:22:59 AM (IST)
सीआरएस ट्रेन।HighLights
- सीआरएस ने किया कटनी के ग्रेड सेपरेटर का निरीक्षण।
- सब कुछ सही, जल्द मिलेगी ट्रेनें चलाने की स्वीकृति।
- इस दौरान कुछ तकनीकी खामियां भी सामने आईं।
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। देश के सबसे बड़े ग्रेड सेपरेटर पर जल्द ही ट्रेनों का संचालन शुरू होगा। जबलपुर रेल मंडल की सीमा में आने वाले कटनी में कटंगी खुर्द से न्यू मझगवां फाटक तक बने नए अप ग्रेड सेपरेट का रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मनोज अरोरा ने निरीक्षण किया। इस ट्रेन पर सीआरएस स्पेशल ट्रेन को करीब 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया गया।
इस दौरान कुछ तकनीकी खामियां भी सामने आई, जिसे सीआरएस ने तय समय के भीतर दूर करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने ग्रेड सेपरेटर प्रोजेक्ट में अप ग्रेड सेपरेट पर बने रेलखंड कटंगी खुर्द से न्यू मझगवां फाटक के मध्य कमीशनिंग करने सोमवार और मंगलवार को जांच की।
निरीक्षण के दौरान 15.85 किमी लंबे अप लाइन पर बने ग्रेड सेपरेटर का सीआरएस ने निरीक्षण करते हुए पाइंट की हाउसिंग एवं टंग रेल, ब्रिज लेआउट की ड्राइंग, गर्डर एवं ब्रिज और रेलवे मानक मापदण्ड पर आधारित स्पान का अवलोकन किया।
इसके साथ ही उन्होंने ब्रिज के बेरिंग, प्लेट, चैनल स्लीपर, बालस्ट, स्लीपर, ग्लूड ज्वाइंट, ट्राली घर, कुशन, इंप्रूव्ड, ओएचई लाइन, चेयरप्लेट, कर्ब (गोलाई), लेवल क्रासिंग एवं प्वाइंट इत्यादि का गहनता से परीक्षण किया। मंगलवार को उन्होंने संरक्षा को ध्यान में रखकर अप ग्रेड सेपरेटर पर ट्रेन भी दौड़ाई, ताकि इसकी संरक्षा से जुड़े सभी तकनीकी पहलू सामने आ सकें।
ग्रेड सेपरेटर की कुल लंबाई 33.40 किमी
- दरअसल कटनी ग्रेड सेपरेटर की कुल लंबाई 33.40 किमी है, जिसमें डाउन ग्रेड सेपरेटर (17.52 किमी) एवं अप ग्रेड सेपरेटर (15.85 किमी) का है।
- मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव ने बताया कि इसमें उच्च गुणवत्ता वाले मैटेरियल एवं तकनीक व हैवी मशीनिरी का उपयोग किया गया है।
- यह भारत का सबसे लंबा रेलवे वायडक्ट कटनी ग्रेट सेपरेटर होगा। इस परियोजना की कुल निर्माण कार्य लागत लगभग 1800 करोड़ है।
- निरीक्षण के दौरान मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) एमएस हाश्मी एवं निर्माण विभाग और अन्य संरक्षा संबंधी विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ जबलपुर मंडल से मंडल रेल प्रबंधक कमल कुमार तलरेजा एवं वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय), वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक, सीनियर डीईई (टीआरडी) के साथ इरकान के अधिकारियों सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बनने के बाद यह मिलेगा फायदा
- बीना-कटनी के रेलखण्ड में फ्रेट ट्रेन के परिचालन में वृद्धि के साथ गति प्रदान करेगा।
- कटनी, न्यू कटनी जंक्शन, कटनी मुड़वारा जैसे अतिव्यस्त क्षेत्र से रेलखण्ड का बायपास होगा।
- माल यातायात में वृद्धि होने से फ्रेट ट्रेनों के समय मे बचत होगी साथ ही आवागमन में आसानी होगी।
- पमरे के रेल राजस्व में भी वृद्धि होगी।