अतुल शुक्ला, जबलपुर। प्रदेश का पहला डेरी साइंस कॉलेज जबलपुर में खोलने के लिए पिछले दो साल से तैयारी चल रही है। वेटरनरी विवि प्रशासन ने इसके लिए इमलिया में जगह भी तय की है। वहीं दूसरा डेरी साइंस कॉलेज ग्वालियर में खोला जा रहा है, जिसके लिए भी जगह आवंटित कर दी है। इन दोनों कॉलेजों को शुरू करने के साथ अब मध्यप्रदेश के बड़वानी और सीहोर में भी डेरी साइंस कॉलेज खोलने के लिए वेटरनरी विश्वविद्यालय और पशुपालन विभाग जुट गया है। दरअसल बड़वानी और सीहोर, दोनों में भी यह कॉलेज खोलने को लेकर पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने खुद रुचि दिखाई है। हालांकि पशुपालन मंत्री ने नईदुनिया से बातचीत के दौरान उस चर्चा पर भी विराम लगा दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि जबलपुर और ग्वालियर में डेरी साइंस खोलने की बजाय अब बड़वानी और सीहोर में कॉलेज खोलने पशुपालन विभाग जोर शोर से जुटा है।
क्या है डेरी साइंस कॉलेज: वेटरनरी विश्वविद्यालय के अंतर्गत डेरी साइंस कॉलेज खोला जा रहा है। इस कॉलेज में पशुपालन से लेकर दूध उत्पाद, इसका मूल्य संवर्धन से लेकर डेरी से जुड़े अनुसंधान कार्य किए जाएंगे। खास बात है कि जबलपुर और ग्वालियर डेरी साइंस कॉलेज में प्रवेश के लिए प्रदेश का प्रोफेशनल एग्जाम बोर्ड परीक्षा नहीं लेगा, बल्कि ऑल इंडिया स्तर पर इसकी प्रवेश परीक्षा होगी। दोनों ही कॉलेज में कुल 60 सीटों के लिए परीक्षा होगी।
यह होगा फायदा
1. देश में मध्यप्रदेश दुग्ध उत्पादन में अच्छी स्थिति में है, पर इससे जुड़ा कोई कॉलेज नहीं है
2. डेरी साइंस कॉलेज की मदद से दूध उत्पादन बढ़ाने, दूध का मूल्य संवर्धन किया जाएगा
3. पशुओं की नई प्रजातियों को विकसित कर दूध की गुणवत्ता सुधारी जाएगी
4. जबलपुर, उज्जैन में दूध उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है।
प्रदेश में जहां भी डेरी साइंस कॉलेज की जरूरत होगी, वहां इसे शुरू करेंगे। जबलपुर और ग्वालियर में ही डेरी साइंस कॉलेज खुलेगा। गलत जानकारी फैलाई जा रही है। इनकी जगह नहीं बदली गई है। बडवानी और सीहोर का अधिकांश क्षेत्र आदिवासी बहुल्य है, जिसे ध्यान में रखकर यहां भी डेरी साइंस कॉलेज खोलने पर विचार चल रहा है। प्रेम सिंह पटेल, पशुपालन मंत्री, मध्यप्रदेश शासन
पशुपालन विभाग ने बड़वानी और सीहोर में भी डेरी साइंस कॉलेज खोलने के लिए प्रस्ताव तैयार करने कहा है। विवि के पास अनुभवी टीम और क्षमता है। पशु पालन मंत्री के निर्देश पर जहाँ भी कॉलेज खोलने की जरूरत होगी, हम खोलेंगे। विवि इसके लिए तैयार है। प्रो.एसपी तिवारी, कुलपति, वेटरनरी विवि