
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर प्रतिबंध लगाने के बयान का जवाब देते हुए दत्ततात्रेय होसबोल ने कहा कि खड़गे को पहले के अनुभव से सींख लेनी चाहिए। इससे पहले भी तीन बार संघ को प्रतिबंधित करने का प्रयास हुआ। अब वे चाहें तो फिर प्रयास करके देख लें, लेकिन पहले यह भी बताएं कि आखिर संघ पर बैन लगाने की जरूरत क्यों है? जब प्रतिबंध लगा तो समाज, न्यायपालिका ने क्या कहा। आरएसएस भारत की सुरक्षा संस्कृति के लिए कार्य करने वाला संगठन है। समाज ने संघ को स्वीकार्य किया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के अन्य देशों से संबंध पर उन्होंने कहा कि भारत आत्मनिर्भरता के आधार पर अन्य देशों से बात करेगा।
युवाओं में बढ़ती नशाखोरी को लेकर संघ में भी चिंता बनी हुई है। अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई। भारत के नौजवानों में राष्ट्रभक्ति, दुनिया में टक्कर लेने का जज्बा और आत्मविश्वास भरपूर है लेकिन नशा भी एक समस्या है। नशे के कारण नौजवानों के बीच बीमारी आ रही है। विश्वविद्यालयों, कालेज, आइआइटी से लेकर स्कूलों मक में ड्रग्स बिक रही है। इस पर नियंत्रण के लिए कार्य करना होगा। यह बात सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कही। वे कार्यकारी मंडल की बैठक के प्रस्तावों पर जानकारी दे रहे थे।
सरकार्यवाह ने बताया कि कुटुम्ब प्रबोधन के जरिए संघ इस विषय पर कार्य कर रहा है। संघ के अनुशांगिक संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और विश्व हिंदू परिषद इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने नक्सल गतिविधियों में सुधार की बात कही। उनके अनुसार छत्तसीगढ़, झारखंड में पिछले कुछ दिनों में नसलवाद से कई लोगों ने हथियार सौंपकर समाज की मुख्यधारा से जुड़े हैं। जो नक्सल वाद में गए है वो भी अपने ही समाज के लोग है। संघ की सोच है कि किसी का शोषण न हो। कोई पिछड़े न रहे। जरूरतमंद लोगों के प्रति सरकार संवदेनशील रहे।
सहकार्यवाह ने बताया कि बैठक में मतांतरण पर चर्चा हुई। घर वापसी के साथ धर्म जागरण रोकना है। अभी देखने में आ रहा है कि सिख समाज में मतांतरण की प्रवृत्ति बढ़ी है। पंजाब में इस विषय पर जागृत करना है संघ इस मामले में सक्रिय होकर कार्य करेगा।
सरकार्यवाह ने कहा कि जातिगत जनगणना का राजनैतिक द्ष्टि से उपयोग न हो। इससे समाज टूटता है। कुछ जातियां पिछड़ी हुई है। जिनका उत्थान जरूरी है। इसके लिए आंकड़ों की जरूरत होती है ताकि सहीं तरह से इनपावरमेंट संभव हो। इसलिए जातिगत जनगणना आवश्यक है।
संघ ने कहा कि पश्चिम बंगाल में परिस्थित विकट है। बंगाल को लेकर चर्चा हुई। पश्चिम बंगाल देश को नेतृत्व देने वाला हिस्सा है। इसे अस्थिर करना देश के साथ अन्याय करने जैसा है। वहां स्वयं सेवक लगातार कार्य कर रहे हैं। विरोध करने वालो को राजनैतिक आश्रय मिलता है। जनसंख्या असंतुलना को लेकर संघ ने कहा कि घुसपैठ, मतांतरण आदि से जनसंख्या असंतुलन हो रहा है। सरकार को जनसंख्या नियंत्रण कानून को शीघ्र लाना चाहिए।
होसबाले ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सभी पार्टियों का है, लेकिन यहां यह सच है कि हमारे संघ में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ज्यादा हैं। सरकार किसी भी पार्टी की हो, लेकिन हम अपने विचार सभी के समक्ष रखते हैं। आज सरकार में स्वयं सेवक संघ बैठे हैं, इसलिए हमारे और भाजपा के बीच समन्वय बना हुआ है। आरएसएस का दरवाजा सभी के लिए खुला है, यह भी सच है कि भाजपा में घर के ही लोग हैं।
यह भी पढ़ें- 'धर्म युद्ध था ऑपरेशन सिंदूर...', 55 साल बाद सतना में अपने स्कूल पहुंचकर भावुक हुए जनरल उपेंद्र द्विवेदी
सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने मतदाता सूची पुनरीक्षण के कार्य को लेकर कहा कि मतदाता सूची को परिष्कृत करना ये निर्वाचन आयोग का कार्य है। इस मामले में किसी तरह का कोई विरोध नहीं होना चाहिए। उनके अनुसार मतदाता सूची को प्रामाणिक बनाना है। समय-समय पर होता रहा है भूमिका क्या है कोई भी सूची ले उसे प्रामाणिक बनाना है एक ही नाम दो -तीन बार न आए या जो मतदाता नहीं है उसका नाम न आए। ऐसे उद्देश्य से निर्वाचन आयोग यह कार्य कर रहा है। इसका कोई विरोध नहीं होना चाहिए। सूची परिष्कृत करने की प्रक्रिया को लेकर यदि कोई आपत्ति है तो जरूर चुनाव आयोग में शिकायत करें। संघ की परम्परा में है यह समय-समय पर यह कार्य होता है।