नईदुनिया, जबलपुर। Career in Foreign Languages:सहित देशभर के युवा अब सिर्फ पढ़ाई और डिग्री तक सीमित नहीं हैं। वे अपनी स्किल्स में विदेशी भाषाएं जोड़कर नए करियर विकल्प तलाश रहे हैं। फ्रेंच, जर्मन, स्पेनिश जैसी भाषाओं की डिमांड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से बढ़ रही है। यही कारण है कि विदेशी कंपनियों, बहुराष्ट्रीय कॉरपोरेट्स और विदेशी विश्वविद्यालयों में बेहतर अवसर हासिल करने के लिए युवा और प्रोफेशनल्स इन भाषाओं की ट्रेनिंग ले रहे
विदेशी भाषाओं का ज्ञान रखने वाले युवा शुरुआत में ही ₹20,000 से ₹30,000 तक की सैलरी पा सकते हैं। वहीं, कॉरपोरेट या सरकारी क्षेत्र में यह ₹50,000 से अधिक से शुरू होती है।
इसके अलावा आप फ्रीलांस ट्रांसलेटर, इंटरप्रेटर या ऑनलाइन लैंग्वेज ट्यूटर के रूप में भी अच्छी आय अर्जित कर सकते है।
नेपियर टाउन निवासी अलबर्ट ने बताया कि उन्होंने फ्रेंच भाषा इसलिए चुनी क्योंकि यह कई देशों की आधिकारिक भाषा है। इसके अल्फाबेट इंग्लिश जैसे होते हैं, इसलिए सीखना भी आसान है।
छुट्टियों में स्कूली छात्र भी इस तरह की भाषाएं सीखकर अपने समय का सदुपयोग कर रहे हैं और भविष्य की तैयारी कर रहे हैं।
बेंगलुरु, हैदराबाद, गुरुग्राम जैसे आईटी और बिजनेस हब में विदेशी भाषा जानने वाले युवाओं की भारी मांग है। वहां पर इंटरनेशनल क्लाइंट्स के साथ डील करने, डेटा अनालिसिस, ट्रांसलेशन और अन्य सेवाओं के लिए लैंग्वेज एक्सपर्ट की जरूरत रहती है।
इसलिए, जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश जैसी भाषाएं अब सिर्फ शौक नहीं रहीं, बल्कि प्रोफेशनल ग्रोथ का अहम टूल बन चुकी हैं।
दूसरी भाषाओं को सीखना केवल करियर ही नहीं, संस्कृति, संवाद, और अवसरों के नए द्वार खोलने जैसा है। ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में जबलपुर सहित कई शहरों में सरकारी और प्राइवेट संस्थान विदेशी भाषाओं की ट्रेनिंग दे रहे हैं।