जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। सुशासन सप्ताह के अंतर्गत कमिश्नर बी. चन्द्रशेखर ने मंगलवार को मेडिकल कालेज हास्पिटल में कार्यकारिणी समिति की बैठक ली। उन्होंने मेडिकल की स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान ईओडब्ल्यू के शिकंजे में फंसीं डा. तृप्ति गुप्ता व उनके पति डा. अशोक साहू को सेवा से पृथक किए जाने संबंधी कार्रवाई का अनुमोदन किया गया। बैठक के दौरान संविदा आधार पर असिस्टेंट व एसोसिएट प्रोफेसर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, लिफ्टमैन तथा कंप्यूटर आपरेटर की नियुक्ति संबंधी प्रस्ताव भी अनुमोदित किए गए। पिछली बैठकों के निर्णय व उनके पालन प्रतिवेदन पर विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें सुपर स्पेशिएलिटी चिकित्सालय में दवा खरीदी के लिए निविदा कार्रवाई, नान आयुष्मान मरीजों के उपचार, उपकरणों के रख-रखाव, सुधार व मरम्मत आदि पर चर्चा की गई। पुराने कैंसर भवन को स्टेट एलाईड इंस्टीट्यूट के लिये उपयोग किये जाने संबंधी प्रस्ताव का अनुमदान किया गया। बैठक में थायराइड की जांच के लिए दान स्वरूप प्रदान की गई मशीन को वापस किए जाने संबंधी मांग पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
साथ ही आयुष्मान भारत योजना के मानदेय का वितरण, स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के विद्युत देयक का भुगतान, गेस्ट हाऊस के लिए चार एसी खरीदने, फारेंसिक मेडिसिन के लिए निर्मित भवन का उपयोग करने तथा पुराने मर्चुरी को तोड़ने संबंधी विषयों पर चर्चा की गई। इसके साथ ही मेडिकल कालेज हास्पिटल परिसर से अतिक्रमण को हटाने पर चर्चा हुई। कमिश्नर ने कहा कि अस्पताल परिसर में रात में चाय की सुविधा के लिए उचित जगह पर दुकान लगाने के लिए निविदा जारी की जाए। पार्किंग व्यवस्था को भी दुरुस्त करने पर चर्चा हुई। बैठक में मेडिकल कालेज की डीन गीता गुईन सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।