जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर के कमला नेहरू वार्ड क्रमांक 19 अब भी अव्यवस्थाएं हावी हैं। अग्रवाल कालोनी के नागरिक पीएंडटी कालोनी के बाजू से निकले गंदे नाले के कारण खुलकर सांस तक नहीं ले पा रहे हैं। नाले की सफाई जहां वर्षों से नहीं हुई है, वहीं आस-पास कचरा, गंदगी का भी अंबार लग गया है। जिसके कारण नाले के बाजू से रहने वाले नागरिकों का जीना मुहाल गया हो गया है। क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि बारिश में जब नाला उफान मारता है तो घरों के भीतर तक पानी घुस जाता है। इसी तरह कालोनी में तीन स्ट्रीट लाइट लगी है जो तीन महीने से बंद पड़ी है। इसी तरह वार्ड के अंतर्गत आने वाली भूलन बस्ती, चिन्ना के नागरिक भी अव्यवस्थाओं से जूझ रहे हैं। बारिश के दिनों यहां जलप्लावन तो होता ही पानी निकल जाने के बाद पूरा क्षेत्र कीचड़ से सना नजर आता है। क्षेत्रीय नागरिकों को कहना है वार्ड की पूर्व महिला पार्षद ने जहां क्षेत्र की समस्याएं दूर करने ध्यान नहीं दिया वहीं नगर निगम के प्रशासक राज में भी कोई सुधार नहीं हुआ।
गर्मी में धूल, बरसात में होता है कीचड़-
कछपुरा मालगोदाम के समीप स्थित चिन्ना बस्ती, भूलन बस्ती, गणेश नगर क्षेत्र की अधिकांश सड़कें बदहाली की भेंट चढ़ गई है। गर्मी के दिनों में सड़कों से धूल उड़ती तो बारिश में कीचड़ मच जाता है। जहां-तहां खाली प्लाटों में पानी जमा होने से गंदगी और बीमारियां भी फैल रही हैं। नालियों में पानी निकासी नहीं होने की समस्या आम है। नगर निगम के सफाई कर्मचारी भी सिर्फ मुख्य मार्गो की सफाई करते है भीतर की गली, मोहल्लों में सफाई करने पहुंचते ही नही।
100 मीटर में तीन तिराहे, लगता है जाम
इसी तरह आदर्श नगर में लेबर चौक से कछपुरा ब्रिज के नीचे तक महज 100 मीटर के दायरे में तीन तिराहे बनाए गए हैं। लेकिन यातायात को नियंत्रित करने दो तिराहे में न तो ट्रेफिक सिग्नल लगाए गए हैं न यातायात पुलिस की तैनाती की गई है। लेबर चौक से कछपुरा की तरफ जाने वाले दूसरे चौराहे पर डिवाइडर खुला होने के कारण स्नेह नगर, एमआर फोर और कछपुरा की तरफ आने-जाने वाले वाहनों के कारण दिन में कई बार जाम के हालात बन रहे है। रात मेें तो इस कदर जाम लगता है कि लोग घंटो परेशान होते है। क्षेत्रीय व्यापारियों ने तिराहे का डिवाइडर बंद किए किए जाने की मांग की है।
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और भी समस्याएं
- दयानगर, जेडीए कालोनी के आस-पास बारिश में जलप्लावन हो रहा है। कई जगह अधूरे निर्माण कार्य के कारण ये स्थिति निर्मित हो रही है।
- रानीताल से कछपुरा तक सीमेंट रोड बनाई गई हैं लेकिन रोड की ऊंचाई के हिसाब से फुटपाथ नहीं बनाए गए हैं। जिसके कारण कई बार वाहन चालक सड़क से उतर कर गिर रहे है।
- रानीताल क्षेत्र के आस-पास फ्लाई आेवर निर्माण के कारण सड़कें खुदी पड़ी, आए दिन पेयजल आपूर्ति लाइन क्षतिग्रस्त होने से कई क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में पानी नही पहुंच पा रहा।
- कछपुरा हाकर जोन अब तक न बन पाने के कारण सड़क किनारे ही सड़क, फल के ठेले व अन्य अतिक्रमण किए जाने से राहगीरों को परेशानी होती है।
वार्ड की खासियत-
नगर निगम के कछपुरा जोन के अंतर्गत आने वाले कमला नेहरू वार्ड का नाम देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के शहर आगमन से जुड़ा है। बताया जाता है कि वैसे तो चाचा नेहरू छह बार जबलपुर आए थे। लेकिन वर्ष 1959 में जब वे आए थे तब कमला नेहरू नगर का शिलान्यस किया था। वार्ड में पांच स्कूल, चार आंगनबाडि़यां है। वार्ड में धार्मिक महत्व का खेरमाई मंदिर और जैन मंदिर भी है। वार्ड की आबादी वैसे तो 20 हजार से ज्यादा हो चुकी है लेकिन वोटर लिस्ट के हिसाब से 16 हजार 86 हैं। वार्ड में अनुसूचित जाति के मुकाबले अनुसूचित जनजाति वर्ग की संख्या अधिक है। अनुसूचित जाति के 750 वोटर है तो अनुसूचित जनजाति के 835 वोटर है।
क्या कहते है जिम्मेदार
वार्ड का विकास निरंतर किया जा रहा है। दयानगर में जरूर जलप्लावन की समस्या होती थी उसका भी निराकरण कर दिया है। कुछ जगह जरूर अब भी पानी भर रहा है। भूलन बस्ती में भी काफी हद तक समस्याओं का निराकरण कर दिया गया है।-संध्या पटेल, पूर्व पार्षद, कमला नेहरू वार्ड
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क्षेत्र में सफाई व्यवस्था दुरूस्त कराई जा रही है। अतिक्रमणों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। कछपुरा हाकर जोन का निर्माण शीघ्र हो जाएगा तब यातायात की समस्या भी हल हो जाएगी।-दिनेश प्रताप सिंह, जोन अधिकारी कछपुरा, नगर निगम