Jabalpur News: जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर के बढ़ते यातायात को देखते हुए एसबीआइ चौराहे के रेल अंडर ब्रिज नंबर दो चौड़ा किया जा रहा है। जबलपुर रेल मंडल के इंजीनियरिंग विभाग को इसकी जिम्मेदारी सौपी गई है। इसका चौड़ीकरण करने के लिए रेलवे कालोनी की ओर विशाल सीसी ब्लाक बनाया जा रहा है। इसका औचक निरीक्षण करने जबलपुर रेल मंडल के डीआरएम विवेक शील अपनी टीम के साथ यहां पहुंचे थे। निरीक्षण के अगले दिन पश्चिम मध्य रेलवे की विजलेंस टीम ब्रिज की जांच करने यहां पहुंच गई। डीआरएम निरीक्षण के बाद विजलेंस टीम के यहां पहुंचने से हड़कंप मच गया है। जानकारी अनुसार डीआरएम ने निर्माण कार्य में कई खामियां देखी, जिसको लेकर वे नाराज भी हुए। इसके बाद यह नाराजगी और निर्माण में गड़बड़ी से जुड़ी जानकारी रेल विजलेंस की इंजीनियरिंग विंग के पास पहुंच गई।
डीआरएम ने निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में लगे अधिकारियों को तय समय पर निर्माण करने के निर्देश दिए । इस बीच उन्होंने ब्लाक की चौड़ाई को लेकर भी कुछ सवाल भी किए। इन सवालों में ही गड़बड़ी सामने आई। इधर गड़बड़ी की जांच करने अब विजलेंस ने अपनी जांच शुरू कर दी है। जानकारी अऩुसार ठेकेदार ने तय मापदंड से ब्लाक की चौड़ाई बढ़ा दी है। इसे 65 सेंटीमीटर रखना था, लेकिन यह 70 सेंटीमीटर से अधिक हो गई है। हालांकि ठेकेदार को तय मापदंड से ही राशि का भुगतान किया जाएगा, लेकिन ड्राइंग फाइनल होने के बाद भी इसकी चौड़ाई कैसे बढ़ी। वहीं निर्माण कार्य में अन्य स्थान पर भी तय मापदंड से कार्य नहीं मिला है।
जबलपुर रेल अंडर ब्रिज को चौड़ा करने का काम रेलवे कर रहा है, लेकिन इस पर होने वाले खर्च को नगर निगम वहन कर रहा है। निगम ने तीन साल पूर्व भी रेल अंडर ब्रिज चार की चौड़ाई बढ़ाने के दौरान ही ब्रिज नंबर दो के लिए भी राशि दे दी थी, लेकिन काम देरी से होने के कारण इसकी लागत बढ़ गई। अभी तक ब्रिज को चौड़ा करने के लिए रेलवे बने बनाए ब्लाक लगाकर रखता है, लेकिन यहां पर जगह न होने की वजह से मौके पर ही ब्लाक का निर्माण कराया जा रहा है, लेकिन ठेकेदार ने इस निर्माण में लापरवाही की, जिसको लेकर डीआरएम समेत इंजीनियरिंग विभाग के मुखिया भी नाराज हैं।