Jabalpur News : जबलपुर,नईदुनिया प्रतिनिधि। डुमना एयरपोर्ट का अाधुनिकीकरण तो खूब हो रहा है लेकिन विमान की सेवाएं कम होती जा रही है। मार्च माह से विमानों की उड़ान आधी हो गई है। पहले जहां 22 उड़ान हर दिन थी अब घटकर दस तक पहुंच गई है। आलम ये है कि कई शहरों के लिए कनेक्टिविटी तक टूट चुकी है। विमानतल में भी पहले जहां औसत हजार से ज्यादा यात्री आते-जाते थे अब यह संख्या चार-पांच सौ तक हो गई है।
बता दे कि 450 करोड़ रुपये की लागत से डुमना एयरपोर्ट का विस्तारीकरण किया जा रहा है। इसमें रवने विस्तार, टर्मिनल भवन, और एप्रान आदि का निर्माण शामिल है। विस्तारीकरण के बाद डुमना एयरपोर्ट पर विमानों की संख्या बढ़ने की प्रबल संभावना थी। लेकिन जैसे ही आधुनिकीकरण का काम पूरा होने को है उसके साथ ही विमानों की संख्या कम हो गई है।
मुबंई- एक इडिंगो की विमान सेवा हफ्ते में तीन दिन।
दिल्ली- एलायंस एयर और इंडिगों की एयर बस प्रतिदिन।
इंदौर- इंडिगो का एटीआर प्रतिदिन।
हैदराबाद- इंडिगो प्रतिदिन वहीं एलायंस एयर की हफ्ते में तीन दिन।
बिलासपुर- हफ्ते में चार दिन।
स्पाइस जेट की विमान सेवा बंद होने से पुणे, बैंगलुरू, मुंबई, कोलकाता, चैन्नई और सूरत के लिए विमान सेवा प्रभावित हुई है। मार्च माह से स्पाइस जेेट ने अपनी विमान सेवा को बंद किया हुआ है। विमान कंपनी के सूत्रों ने बताया कि कंपनी के विमान बेहद पुराने थे जिनके स्थान पर नया विमान लाना था लेकिन कंपनी ने छोटे शहरों से विमान सेवा बंद कर सिर्फ बड़े शहरों में ही विमान सेवाएं चालू रखने का निर्णय लिया।
विमान सेवाएं कम होने से पैसेंजर की सख्या भी कम हो गई है। बता दे कि पहले जहां एक हजार से ज्यादा यात्री हर दिन आवाजाही करते थे अब यह संख्या में चार सौ के आसपास पहुंच गई है। वर्तमान में प्रतिदिन पांच उड़ान आती है और पांच ही जाती है।
स्पाइस जेट की विमान सेवाएं बंद होने के बाद निश्चित ही विमान सेवाएं कम हुई है लेकिन इसे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में विभिन्न स्तर पर बातचीत का दौर है ताकि जल्द से जल्द सेवाओं में विस्तार हो सके।