जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि Jabalpur Crime News । एटीएम मशीनों को धोखा देकर भारतीय स्टेट बैंक को चूना लगाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना जिले के ओमती क्षेत्र में दबोचे गए। वे इतनी आसानी से पकड़ में नहीं आते परंतु करमचंद चौक स्थित एटीएम को धोखा देने की कोशिश में सायरन की आवाज उन्हें महंगी पड़ गई। जालसाज एटीएम से रकम निकालने के बाद ट्रांजेक्शन फेल कराने के लिए बिजली बंद करने की कोशिश कर रहे थे तभी अलार्म बज गया। बगल में स्थित बैंक के कर्मचारी सायरन की आवाज सुनकर बाहर निकले जिन्हें देखकर वे भागने लगे। संदेह होने पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया और पूछताछ में 92 लाख 35 हजार रुपये ठगी का खुलासा हुआ। उनके कब्जे से कई बैंकों के 86 एटीएम कार्ड, तीन मोबाइल, पेन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी व ड्राइविंग लाइसेंस जब्त किए गए हैं।
सरगना एटीएम कंपनी में करता था काम: मेवात जिले के हिंगनपुर हरियाणा निवासी जालसाज इंजमाम उल हक 24 वर्ष, शाकिर हुसैन 30 वर्ष सायबर ठगी के अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य हैं। गिरोह का सरगना हिंगनपुर का ही मोहम्मद हुसैन है। जो कि पहले एटीएम बनाने वाली कंपनी में काम करता था, लिहाजा एटीएम के सभी फीचर व उसकी कमजोरियों की उसे जानकारी है। गिरोह में अजरुद्दीन, नागल और शमीम भी शामिल हैं। इनमें से इजमाम व शाकिर को ओमती पुलिस ने गिरफ्तार किया है तथा शेष तीन भाग गए थे। यह गिरोह एटीएम से पैसे निकालकर बैंकों को चूना लगाता था।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम: जांच अधिकारी ओमती थाने से उप निरीक्षक सतीश झारिया ने बताया कि गिरोह के सदस्य एटीएम से पैसे निकालते समय बिजली बंद कर देते थे। एटीएम मशीन से पैसे निकलते ही वे बिजली बंद कर ट्रांजेक्शन फेल हो जाने की सूचना कस्टमर केयर को देकर एटीएम से निकाली राशि लेकर चंपत हो जाते थे। कुछ घंटे अथवा दिन में उन्हें बैंक से भी उतनी रकम मिल जाती थी। मशीन व कस्टमर केयर को धोखा देकर गिरोह देश भर में घूम घूमकर ठगी की वारदात को अंजाम देता रहा।
ठगी के धंधे में पूरा गांव शामिल: उप निरीक्षक झारिया ने बताया कि ठगों के पास से कई बैंकों के 86 एटीएम कार्ड मिले हैंं। जिनमें हजारों की तादात में रकम जमा है। सभी ठगों के नाम पर कई बैंकों में खाते व उनके एटीएम हैं। 1010 हजार रुपये प्रति माह आमदनी का झांसा देकर उन्होंने गांव के तमाम लोगों के एटीएम फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए अपने पास रख लिया था। उन्होंने और कितने बैंकों को निशाना बनाया है। पुलिस इसका पता लगा रही है।
एक्सिस का एटीएम, एसबीआइ से निकासी: जालसाज हमेशा बैंक बदलकर एटीएम का उपयोग करते थे। पकड़े जाने के दौरान उन्होंने एक्टिस बैंक के कार्ड से तुलाराम चौक स्थित एसबीआई के एटीएम से रकम निकालने का प्रयास किया था। एटीएम से बारबार ट्रांजेक्शन फेल होने की जानकारी एसबीआइ के अधिकारी हरीश कुमार दयारमानी ने एक्सिस बैंक से मांगी थी। जिसके बाद फर्जीवाड़े की परतें खुलती गईं।
दो साल से कर रहे ठगी: आरोपितों ने बताया कि वे करीब दो साल से ठगी कर रहे हैं। जबलपुर शहर पहुंचकर वे शिवम सत्या होटल में ठहर गए। तथा रोजाना घूमघूमकर एटीएम को निशाना बनाने लगे। हरियाणा में वे इसलिए ठगी नहीं करते ताकि जल्दी पकड़ में न आ सकें। गत दिवस पांचों हरियाणा से अलगअलग समय में जबलपुर पहुंचे। एक ही होटल में कमरा लिया और कई एटीएम से रकम निकालकर ट्रांजेक्शन फेल करवाते रहे। उन्होंने जयपुर, अहमदाबाद, गुडगांव, यूपी के कई शहरों में वारदात की जानकारी दी है।