Bhedaghat In Jabalpur : जबलपुर आएं तो भेड़ाघाट जलप्रपात देखने जरूर जाएं। यहां सुंदरता देखकर सारा तनाव दूर हो जाएगा। पर्यटन में एक विशेष स्थान रखने वाले भेड़ाघाट को देखने के लिए विश्वभर से लोग पहुंचते रहते हैं। यहां आकर आपके के मुंंह से निकल पड़ेगा बहुत सुंदर। धुंआधार का सुंंदर दृश्य देखने के लिए रोपवे की भी सुविधा है। आप चाहें तो उसका लुप्त उठा सकते हैं, लेकिन पैरों से धूमना किसे नहीं भाता है।
अमरकंटक से निकलीं नर्मदा का सौंदर्य भेड़ाघाट में और निखर जाता है। पहाड़ों के बीच इठलातीं नर्मदा का वेग बहुत ही तेज है। पहाड़ की कटान देखकर नर्मदा के वेग की शक्ति का आप सहज अंदाजा लगा सकते हैं। विश्व में ख्याति प्राप्त भेड़ाघाट जबलपुर से करीब 23 किलोमीटर दूर है। परिवार के सदस्यों या मित्रमंडली के साथ घूमने का विचार बनाकर आ सकते हैं।
भेड़ाघाट में नर्मदा अमरकंटक पहाड़ से निकल कर जबलपुर भेड़ाघाट संगमरमरी चट्टानों के बीच अपना विकराल रूप धारण करती है। भेड़ाघाट जबलपुर का सबसे बेहतरीन पर्यटन स्थल है। आप संगमरमर पहाड़ के बीच से बहती नर्मदा का रूप देखकर मंत्रमुग्ध हो जाएंगे।
भेड़ाघाट में संगमरमर के पहाड़ों को नजदीक से छू कर खूबसूरती अनुभव कर सकते हैं। अगर बच्चे आपके साथ आए हैं तो खाने पीने की सामग्री साथ लाएं तो बेहतर, क्योंकि दुकान एक निश्चित स्थान पर हैं। भेड़ाघाट से लौटते समय यहां के पत्थरों पर सैलानी अपना या जिससे विशेष लगाव रखते हैं, उनके नाम लिखवाकर साथ ले जाते हैं।
चौंसठ योगिनी मंदिर भेड़ाघाट के पास पहाड़ी पर है। यह मंदिर भगवान शिव और पार्वती को समर्पित है। मंदिर के चारों तरफ 64 मंदिर हैं। वृत्ताकार परिधि वाले इस मंदिर को 100 स्तम्भों के माध्यम से बनाया गया है। मंदिर की वास्तुकला बहुत ही प्राचीन है। यहां शिव-पार्वती की प्रतिमाएं एक दूसरे को निहारती हुईं प्रतीत होती हैं।
जी हां, अगर आपको संगमरमर की पहाडि़यों के बीच नाव पर सवारी करनी है तो पंचवटी में रुकना बहुत जरूरी है। यहां गाइड आपको यहां के इतिहास से परिचित कराते हुए ले जाएंगे। उनकी बात बताने की शैली आपको बहुत भाएगी। भेड़ाघाट में बहुत संख्या में मगरमच्छ पाए जाते हैं। नाव में सवारी करते समय पानी में हाथ नहीं डालेंगे।
त्रिपुर सुंदरी मंदिर जबलपुर में घूमने लायक जगहों में प्रमुख दार्शनिक जगह है। त्रिपुर सुंदरी मंदिर तीन देवियों को समर्पित है। पिसनहारी की मढ़िया भी घूूम सकते हैं। यह गढ़ा मेडिकल रोड पर ही पहाड़ी पर स्थित है। यह एक जैन मंदिर है। मंदिर की नक्काशी आकर्षित करती है।
जबलपुर यानी संस्कारधानी पहुंचने के लिए रेलवे, बस और हवाई यात्रा करके आसानी से आ सकते हैंं। जबलपुर यातायात सुविधाओं से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पहुंचकर आटो, टैक्सी या बस पर जबलपुर पर्यटक स्थल जा सकते हैं।