नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर : सिविल लाइन स्थित मिलेनियम कालोनी में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपित उत्तराखंड के हरिद्वार में घूमते मिले। उत्तराखंड पुलिस ने नाबालिग लड़की को हिरासत में ले लिया जबकि मुख्य आरोपित मुकुल सिंह पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा। उत्तराखंड पुलिस की सूचना पर जबलपुर पुलिस नाबालिग को लेने पहुंची और बुधवार को उसे लेकर जबलपुर रवाना हो गई। यहां नाबालिग से पूछताछ की जाएगी।
वहीं मुख्य आरोपित मुकुल सिंह को पकड़ने के लिए उत्तराखंड पुलिस सक्रिय हो गई। कोतवाली थाना क्षेत्र के सारे इलाके में पुलिस ने सघन जांच अभियान चलाया। होटल, लाज के अलावा शहर के बाहर निकलने वाले मार्गों पर नाकाबंदी की गई। पुलिस को अंदेशा है कि आरोपित के पास पैसा नहीं है, इसलिए वह आश्रम, मंदिर या सार्वजनिक स्थलों पर रहकर फरारी काट रहा था।
उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक मुकुल और नाबालिग बस से हरिद्वार पहुंचे थे। वे कोतवाली थाना अंतर्गत अस्पताल के पास चाय की दुकान के पास बैठे थे। इसी दौरान पुलिस को मुकुल के संबंध में जानकारी मिली। जबलपुर पुलिस ने इस संबंध में उत्तराखंड पुलिस से संपर्क किया। स्थानीय पुलिस जांच करने मौके पर पहुंची तो मुकुल भाग खड़ा हुआ। नाबालिग भाग नहीं पाई और पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
सिविल लाइन में रेलवे की मिलेनियम कालोनी में रहने वाले राजकुमार विश्वकर्मा (52) व उनके बेटे तनिष्क (8) की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। 17 साल की नाबालिग बेटी ने भोपाल में अपनी चचेरी बहन को वाइस मैसेज कर कहा कि पड़ोसी मुकुल ने पापा व भाई को मार दिया है। किचन में राजकुमार की खून से सनी लाश पड़ी थी।
वहीं फ्रिज में पालीथिन के ऊपर चादर में लिपटी तनिष्क की खून से सनी लाश मिली। इसके बाद नाबालिग अपने बायफ्रेंड मुकुल सिंह (21) के साथ फरार हो गई। पुलिस को उनकी अलग-अलग राज्यों में लोकेशन मिली थी। आरोपित हर बार जगह बदलते रहे। पुलिस ने आरोपित का पोस्टर और फोटो कई राज्यों में बांटे और पूछताछ की।