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जबलपुर। कौमी एकता के लिए काम करने वाले मुफ्ती ए आजम मप्र हजरत मौलाना मोहम्मद महमूद अहमद कादरी का गुरुवार की सुबह निधन होने के बाद शव निज निवास उपरैनगंज में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। यहां उनके अकीदतमंदों का सुबह से शाम व देर रात तक आनाजाना लगा रहा। उन्हें शुक्रवार को दोपहर 3 बजे ईदगाह रानीताल में नमाज के बाद सुपुर्दे खाक किया जाएगा।
मौलाना महमूद कादरी के सुपुर्दे खाक कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रांतों और प्रदेश के कई जिलों से लोगों का आना शुरू हो गया है। मौलाना मोहम्मद हामिद अहमद के अनुसार मुफ्ती-ए-आजम मौलाना साहब मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरु होने के साथ ही उन्होंने अन्य समुदायों में समरसता के लिए प्रयास किए। वे एक अनुभवी यूनानी हकीम (डॉक्टर) भी रहे। मौलाना साहब ईद के मुबारक मौके पर तकरीर में राष्ट्रीय-अंतर राष्ट्रीय मुद्दों पर खुलकर बोलते थे। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कई यादगार तकरीरें दीं।
दोपहर 1 बजे अंतिम यात्रा
कांग्रेस पार्षद शाबान मंसूरी व जिला अल्पसंख्यक कल्याण समिति के सदस्य उवैश अंसारी ने बताया है कि मौलाना साहब की अंतिम यात्रा दोपहर 1 बजे उनके उपरैनगंज स्थित निवास से शुरू होकर ईदगाह रानीताल जाएगी।
समाज को अपूरणीय क्षति
महापौर स्वाति गोडबोले ने कहा है कि मुफ्ती-ए-आजम के निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है। निगम अध्यक्ष सुमित्रा बाल्मीक, नेता प्रतिपक्ष राजेश सोनकर, एमआईसी सदस्य कमलेश अग्रवाल, श्रीराम शुक्ला, रेखा सिंह ठाकुर व पार्षद नीतू तेजकुमार भगत, शाबान मंसूरी आदि ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए हैं।
हमेशा याद किया जाएगा
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा है कि शहर में शांति व्यवस्था, भाईचारा बनाए रखने को धर्मगुरू मौलाना साहब का योगदान हमेशा याद किया जाएगा। उनका निधन होने से खाली हुए स्थान की पूर्ति संभव नहीं है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव, अजय सिंह राहुल, विधायक तरूण भनोत, नगर अध्यक्ष दिनेश यादव, मुकेश राठौर ने भी श्रद्धांजलि दी है।
निधन पर शोक जताया
केएमसी फाउंडेशन के चेयरमैन हाजी इसरार अहमद, फारान हायर सेकंड्री स्कूल के अध्यक्ष कुद्दुस इंजीनियर, हाजी असलम पहलवान, हाजी साबित अली, अब्दुल रहमान, मसूद रदा, तौसीफ रजा, जमील अहमद, अब्दुल रहीम खान, पार्षद रिजवान अंसारी, सईद कूलर, सैय्यद कमर अली, शब्बीर अंसारी, लुखमान अंसारी, कांग्रेसनेता मतीन अंसारी, इस्तियाक अंसारी, रफीक पहलवान, बाबा रिजवान, मंजूर अहमद, अख्तर अंसारी आदि ने मौलाना साहब कि निधन पर शोक व्यक्त किया है।