
जबलपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
मुख्य रेलवे स्टेशन पर नया प्लेटफार्म वन-ए बनकर तैयार है। इस प्लेटफार्म से नैनपुर पैसेंजर ट्रेन को रवाना भी किया जाने लगा है, लेकिन स्टेशन प्रबंधन को इस प्लेटफार्म से ट्रेन रवाना करने में परेशानी आ रही है। दरअसल इसकी मुख्य वजह प्लेटफार्म की बनावट है। नए प्लेटफार्म की रेल लाइन जबलपुर से मदनमहल स्टेशन की ओर तो जाती है, लेकिन कटनी की ओर नहीं, जिस वजह से यहां पर ट्रेन को लेना आसान है, पर यहां से ट्रेन रवाना करना मुश्किल हो रहा है। यहां पर जिस ट्रेन को भी लिया जाता है, उससे इंजन निकालने के लिए ट्रेन को वापस मदनमहल की ओर ले जाना पड़ रहा है।
रात भर इंजन के साथ खड़ी रहती है नैनपुर पैसेंजरः
नए प्लेटफार्म से जबलपुर-नैनपुर को रवाना किया जाता है। रात साढ़े 10.30 बजे नैनपुर से आने वाली पैसेंजर को इस पर लाकर खड़ा कर दिया जाता है, लेकिन दूसरी ओर मुख्य रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग होने की वजह से रात भर ट्रेन इंजन के साथ ही खड़ी रहती है। सुबह साढ़े पांच बजे ट्रेन को वापस नैनपुर की ओर रवाना करने के लिए ट्रेन के दूसरी ओर इंजन लगाया जाता है। स्टेशन की तकनीकी खामी की वजह से अन्य ट्रेनों को यहां से रवाना करना मुश्किल है।
मेमो चलेगी, तभी होगा प्लेटफार्म का उपयोगः
नए प्लेटफार्म की बनावट ऐसी है कि ट्रेनों को यहां पर लेने के बाद आगे नहीं ले जाया जाता। बल्कि वापस लौटना पड़ता है। इस स्टेशन को मुख्य तौर पर ईएमयू ट्रेन के लिए ही बनाया गया है। दरअसल ईएमयू ट्रेन में कोच के साथ ही इंजन जुड़ा होता है, जिससे इंजन को न तो निकलना पड़ता है और न बदलना, लेकिन फिलहाल जबलपुर मंडल की ईएमयू ट्रेन चलाने की कोई योजना नहीं है। रेलवे के मुताबिक ईएमयू कोच के मेंटेनेंस के लिए बीना में यार्ड बनाया जा रहा है, जिसमें अभी एक से डेढ़ साल का वक्त लगेगा, तब तक यात्रियों को नैनपुर पैसेंजर से ही काम चलाना होगा।
यह आ रही परेशानी :
- नए प्लेटफार्म पर न तो दूसरी ओर लाइन है और न ही दूसरी तरफ प्लेटफार्म
- ट्रेन में सिर्फ प्लेटफार्म 1 से ही बैठा जा सकता है, दूसरी ओर निर्माण काम चल रहा है
- नए प्लेटफार्म पर आने वाले अधिकांश यात्री रेल लाइन क्रास करके यहां आते हैं
- प्लेटफार्म से 11 कोच तक की ही ट्रेनों को रवाना किया जा सकता है, इससे ज्यादा नहीं