जबलपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
ठंड और कोहरे का असर, सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों पर ही नहीं हो रहा बल्कि पैसेंजर ट्रेन के पहिए भी धीमी हो गए हैं। असर यह है कि जहां एक्सप्रेस 2 से 3 घंटे लेट चल रही हैं तो वहीं पैसेंजर ने इस ठंड के सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए लेट का नया रिकॉर्ड बना लिया है। यह ट्रेन रविवार को 5 घंटे 19 मिनट से ज्यादा लेट चली। दरअसल ट्रेन रात 12.35 पर जबलपुर आती है, लेकिन सुबह 6 बजे पहुंचे। यात्रियों ने ट्रेन के लेटलतीफी से यात्रियों की मुश्किल और बढ़ गई। वहीं दूसरी ट्रेनें भी लेट हो रही हैं, जिस वजह से यात्रियों को स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार बढ़ता जा रहा है।
दोपहर की बजाय शाम को हुई रवाना
भुसावज-कटनी पैसेंजर दोपहर पौने 2 पर बरूद से रवाना होती है, लेकिन यह ट्रेन शनिवार को रात 8 बजे रवाना हुई। रात तकरीबन 11 बजे ट्रेन इटारसी पहुंची। रात की बजाए सुबह तकरीबन 5.44 पर ट्रेन मदनमदल पहुंची और फिर 2 मिनट रुकने के बाद सुबह 6 बजे आई। रात की ट्रेन सुबह देखकर वो यात्री खुश हो गए, जो कटनी जाने के लिए दूसरी ट्रेन का इंतजार कर रहे थे।
इन ट्रेनों की लेटलतीफी ने किया परेशान
जबलपुर आने वाली कई ट्रेन रविवार को लेट पहुंचीं। इनमें मुंबई-मंडुआडीह दो घंटे, रीवा-जबलपुर पैसेंजर 1 घंटे, बागमती एक्सप्रेस साढ़े तीन घंटे, गोरखपुर एक्सप्रेस आधा घंटे, कोल्हापुर एक्सप्रेस तीन घंटे, काशी एक्सप्रेस तीन घंटे, मुंबई-पाटलीपुत्र एक्सप्रेस 3 घंट 10 मिनट लेट रहीं। इन ट्रेनों का स्टेशन पर इंतजार कर रहे यात्रियों की परेशानी को ठंड ने और बढ़ा दिया। स्टेशन पर बैठने की भी बेहतर व्यवस्था न होने से यात्री की परेशानी और बढ़ गई।