ट्रैक सुधारने नहीं मिला ब्लॉक, 4 दिन बाद लौटी मशीन
जबलपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि रेलवे ने आय बढ़ाने और घाटे को कम करने के लिए यात्री किराए में इजाफा कर दिया है। अपने घाटे को कम करने के लिए रेलवे जहां अपने खर्चों में कटौती करने की तैयारी कर रही है, वहीं उनके अधिकारी खर्चों में कटौती करना तो दूर, उल्टे रेलवे का घाटा बढ़ाने में जुटे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला जबलपुर रेल मंडल का सामने
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Mon, 13 Jan 2020 07:55:13 AM (IST)
Updated Date: Mon, 13 Jan 2020 07:55:13 AM (IST)

जबलपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
रेलवे ने आय बढ़ाने और घाटे को कम करने के लिए यात्री किराए में इजाफा कर दिया है। अपने घाटे को कम करने के लिए रेलवे जहां अपने खर्चों में कटौती करने की तैयारी कर रही है, वहीं उनके अधिकारी खर्चों में कटौती करना तो दूर, उल्टे रेलवे का घाटा बढ़ाने में जुटे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला जबलपुर रेल मंडल का सामने आया है। मंडल के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी की वजह से करोड़ों की ट्रैक मेंटेनेंस मशीन, कटनी-सिंगरौली रेलवे ट्रैक में आने वाले सरई ग्राम स्टेशन में बिना काम किए ही वापस लौट आई हैं। मेंटेनेंस के लिए तीनों मशीनों को ब्लॉक ही नहीं।
आने-जाने में ही हो गए लाखों खर्च :
रेलवे ट्रैक के मेंटेनेंस का जिम्मा इंजीनियरिंग विभाग संभालता है। इसके लिए रेलवे के पास करोड़ों की बीसीएम, डीजीएस और जूमेटिक मशीन हैं। इन्हें ट्रैक की मरम्मत के लिए जबलपुर से यहां भेजा गया था। इसके साथ 20 रेल कर्मचारी भी गए। वहीं इन मशीनों को सरईग्राम तक लाने के लिए लाखों खर्च किए। 20 कर्मचारी, स्टेशन पर चार दिन तक पड़े रहे, लेकिन ऑपरेटिंग विभाग ने ट्रेनों की आवाजाही को रोकने से मना कर दिया। दरअसल इंजीनियरिंग विभाग ने इसके लिए कोई प्लानिंग नहीं की थी। इसलिए बिना काम के ही मशीनों को लौटा दिया गया।