जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। योग्य शिक्षकों की कमी ने कॉलेजों की मान्यता पर ब्रेक लगा दिया है। रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी से संबंद्व दो कॉलेजों की मान्यता राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने आगे बढ़ाने से इन्कार कर दिया है। एनसीटीई ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए मान्यता रोक दी है। हालांकि उक्त संस्थानों में फिलहाल बीएड के विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया हुआ है। इधर कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि तकनीकी वजह से ये रोक लगी है जिसके खिलाफ अपील दायर की गई है।
क्या है मामला: राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद ने जबलपुर के नर्मदा शिक्षा महाविद्यालय हनुमानताल और केशरवानी शिक्षा महाविद्यालय की आगामी सत्र की मान्यता रोक दी गई है। राष्ट्रीय शिक्षा परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है जिसके बाद परिषद ने सूची भी सार्वजनिक कर दी है। बताया जाता है कि एनसीटीई ने कॉलेजों में पाठ्यक्रम के हिसाब से योग्य शिक्षक नहीं होने के कारण ये मान्यता रोकी है।
इधर नर्मदा शिक्षा महाविद्यालय के संचालक नवनीत माहेश्वरी ने कहा कि एनसीटीई कोविड-19 की वजह से रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी में कोड 28 के तहत नियमित शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है। इस संबंध में यूनिवर्सिटी स्तर पर रोक लगी हुई है। जिसके कारण किसी भी संस्थान में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो रही है। इसी वजह से एनसीटीई ने मान्यता रोकी हुई। संस्थान ने पत्र मिलने के पश्चात ही सीधे इस संबंध में अपील लगाई है। उनके अनुसार कॉलेज में प्रवेश की प्रक्रिया हो चुकी है इस साल किसी तरह की परेशानी नहीं है। आगामी सत्र तक प्रक्रिया पूरी कर मान्यता ले ली जाएगी।