Jabalpur News: सौतेले पिता पर था खून सवार... मां को बचाने में घायल हुई थी बेटी, इलाज के दौरान मौत
बरगी थाना क्षेत्र के बसंत नगर में सौतेले पिता के हमले में घायल किशोरी महक की इलाज के दौरान मौत हो गई। वह अपनी मां को बचाते हुए घायल हुई थी। मां की मौके पर ही मौत हो गई थी। आरोपी रामजी भूमिया को गिरफ्तार कर लिया गया है और दोहरी हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
Publish Date: Sun, 15 Jun 2025 08:58:55 PM (IST)
Updated Date: Sun, 15 Jun 2025 08:58:55 PM (IST)
जिंदगी की जंग हार गए बेटी। (फाइल फोटो)HighLights
- घायल किशोरी ने अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दम
- धार्मिक मतभेद से उपजा विवाद बना दोहरी हत्या का कारण
- आरोपी रामजी भूमिया को पुलिस ने पहले ही किया गिरफ्तार
नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। बरगी थाना क्षेत्र के बसंत नगर में सौतेले पिता की हैवानियत का शिकार बनी 17 वर्षीय किशोरी महक ने शनिवार को मेडिकल अस्पताल में दम तोड़ दिया। वह अपनी मां को बचाने के प्रयास में गंभीर रूप से घायल हुई थी। इस दोहरे हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।
मां पर बका से किया था हमला
6 जून की रात बरगी निवासी रामजी भूमिया का अपनी पत्नी राधा उर्फ अंजुम से पारिवारिक विवाद हो गया था। यह विवाद इतना बढ़ा कि रामजी ने गुस्से में आकर पत्नी राधा पर बका से जानलेवा हमला कर दिया। चीख-पुकार सुनकर उसकी 17 वर्षीय सौतेली बेटी महक मां को बचाने दौड़ी, लेकिन उसे भी आरोपी ने नहीं छोड़ा। धक्का-मुक्की के दौरान रामजी ने किशोरी महक पर भी बका से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दम
घटना के बाद घायल महक को तत्काल मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया था। बीते कई दिनों से वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रही थी, लेकिन शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पहले मां और अब बेटी की मौत ने क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है।
पहले ही गिरफ्तार हो चुका है आरोपी
घटना के बाद ही आरोपी रामजी भूमिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वह इस समय जेल में बंद है। अब किशोरी की मौत के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ दोहरी हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
धार्मिक असहमति से उपजा था विवाद
- मूल रूप से छिंदवाड़ा जिले के चांदामेटा निवासी राधा उर्फ अंजुम की यह दूसरी शादी थी। पहले पति शहीद शाह से उसके तीन संतानें थीं, जिनका नाम तौसीफ, आसिफ और महक है। लगभग 12 साल पूर्व शहीद और अंजुम अलग हो गए थे। उसके बाद अंजुम ने बरगी निवासी रामजी से विवाह कर लिया था। वह अपने दो बच्चों महक और आसिफ के साथ रामजी के साथ रहने लगी थी।
पुलिस के अनुसार घटना वाली रात रामजी का विवाद अपने सौतेले बेटे आसिफ से हुआ था, क्योंकि वह अपने ही समाज की युवती से विवाह करना चाहता था। रामजी इस रिश्ते से नाखुश था, क्योंकि उसे संप्रदाय की असमानता स्वीकार नहीं थी। इसी बात को लेकर बहस पत्नी राधा से भी हुई, जो खूनी वारदात में बदल गई। पुलिस ने सौंपा शव
महक का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने बताया कि मामले में अब दोहरी हत्या की धाराएं जोड़ दी गई हैं और विस्तृत जांच जारी है। ग्रामीणों में घटना को लेकर रोष बना हुआ है।