जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों में कटौती की है। इस बार पिछले साल की तुलना में काफी कम केंद्र बनाने की तैयारी हो रही है इसकी वजह विद्यार्थियों की कम संख्या होना बताया जा रहा है जबकि विद्यार्थियों को लग रहा है कि कोरोना संक्रमण के दौरान केंद्र कम होने से भीड़ बढ़ेगी। ऐसे में परीक्षा देने में परेशानी या संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है। ज्ञात हो कि जबलपुर जिले में करीब 105 स्कूलों को बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र बनाने के लिए सूची भेजी गई। इसमें माशिमं की तरफ से कई बार संशोधन के लिए पत्र जिला शिक्षा अधिकारी को भेजा गया।
6 हजार विद्यार्थी हुए कम : बीते साल से माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा में जिले से करीब 6 हजार विद्यार्थी कम शामिल हो रहे हैं। कक्षा 10वीं के लिए 29 हजार और कक्षा 12वीं के लिए 23 हजार विद्यार्थी परीक्षा का आवेदन जमा कर चुके हैं। परीक्षा प्रभारी राजकुमार बधान ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षार्थी कम होने के कारण सेंटर कम रखने के लिए कह रहे हैं। सेंटर फिलहाल और कम करने के लिए कहा गया है। बोर्ड ने शहरी इलाकों में 250 विद्यार्थियों की संख्या और ग्रामीण इलाकों में 100 विद्यार्थियों से कम संख्या पर केंद्र नहीं बनाने की गाइडलाइन तय की गई है।
संक्रमण का खतरा : कोरोना संक्रमण अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है 30 अप्रैल से माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाएं प्रारंभ हो रही है ऐसे में कम परीक्षा केंद्र होने से विद्यार्थियों की भीड़ बढ़ेगी जिसका खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ सकता है। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने कहा कि माशिमं से अभी केंद्र बनाने की प्रक्रिया की जा रही है। कम विद्यार्थी संख्या पर केंद्र नहीं बनाने के निर्देश है।