जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। कोरोना महामारी के दौरान अप्रैल और मई माह में रेलवे के कई अधिकारी, कर्मचारी इसकी चपेट में आकर गंभीर हो गए। जिसमें से कुछ ने जान गवां दी। ऐसे कर्मचारियों के सभी भुगतानों को देने के लिए अधिकारियों ने लगातार प्रयास किया, ताकि जल्द से जल्द उनको भुगतान मिल सके और उनके पीडित स्वजन को कुछ राहत मिल सके। जिसे देखते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रयास से तीन माह में ही उनका पूरा भुगतान कर दिया गया।
30 कर्मचारी चपेट में आए : बताया जा रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर अप्रैल एवं मई माह में जबलपुर मंडल के लगभग 30 कर्मचारी इस संक्रमण की चपेट में आकर इलाज के दौरान बचाए नहीं जा सके थे। रेलवे के इन कर्मचारियों के परिवार वालों के प्रति मंडल रेल प्रशासन ने सहानुभूति पूर्वक तत्काल कार्रवाई करते हुए इनके वित्तीय प्रकरणों एवं अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों को मात्र तीन माह के समय में निपटने के लिए विशेष कार्रवाई की है। मंडल द्वारा जुलाई माह में कोरोना मृत्यु सहित संरक्षा कोटि एवं अन्य सेवानिवृत के कुल 46 प्रकरणों में कर्मचारियों के सभी भुगतान का निपटारा तेज गति से उनके स्वजनों को कर दिया है। मंडल रेल प्रबंधक संजय विश्वास के मार्गदर्शन एवं अपर मंडल रेल प्रबंधक दीपक गुप्ता के निर्देशन में यह कार्य वरि. मंडल कार्मिक अधिकारी सुप्रकाश और वरि.मंडल वित्त प्रबंधक अभिराम खरे द्वारा किया गया। उक्त प्रकरणों के निपटान में सहायक कार्मिक अधिकारी अभय कुमार गुप्ता एवं सहायक वित्त प्रबंधक एसएस तोमर सहित कार्मिक एवं लेखा विभाग के कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।