जबलपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए हॉस्पिटल में बेड की कमी होने लगी है। इसे देखते हुए रेलवे ने एक बार फिर ट्रेनों के कोच को आइसोलेशन रैक में बदलने का काम शुरू कर दिया है। जबलपुर रेल मंडल को फिर से 24 कोच की ट्रेन को आइसोलेशन वार्ड में बदलने का काम सौंपा गया है। इसके लिए भोपाल से 24 कोच की स्पेशल ट्रेन जबलपुर आई।
रेल मंडल के कोचिंग यार्ड में इन कोचों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने के लिए मेडिकल उपकरण से लेकर सभी जरूरी उपकरण मंगवाए जा रहे हैं।
एक्शन मोड़ में आया रेलवे, बैठक शुरूः
दिल्ली, मुंबई समेत देश के कई प्रदेशों में तेजी से कोरोना वायरस से ग्रस्त मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए रेलवे को हर परिस्थिति में तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसका असर जबलपुर में भी दिखने लगा है। पश्चिम मध्य रेलवे से लेकर जबलपुर और भोपाल मंडल के ऑपरेटिंग, मैकेनिकल, कमर्शियल, मेडिकल समेत सभी विभागों की बैठक शुरू हो गई हैं। अधिकारियों ने भी बेड की उपलब्धता को देखते हुए अनुपयोगी रैक की खोजबीन शुरू कर दी है, ताकि जरूरत पड़ने पर आइसोलेशन रैक की संख्या बढ़ाई जा सके।
दिल्ली पहुंची जबलपुर से गई आइसोलेशन ट्रेनः
सोमवार को 24 कोच की आइसोलेशन स्पेशल ट्रेन जबलपुर से दिल्ली भेजी गई थी, जिसके बाद मंडल के पास महज 5 से 6 आइसोलेशन कोच रह गए हैं। इनकी संख्या बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। अभी शेष रैक को जबलपुर रेलवे स्टेशन के नए प्लेटफार्म 1 ए पर खड़ा किया है। इधर मैकेनिकल विभाग ने रैक की संख्या बढ़ाने के लिए मंडल के अलग-अलग स्टेशनों पर खड़े पुराने कोच की जानकारी एकत्रित की है, ताकि रैक को आइसोलेशन वार्ड में बदला जा सके।