जबलपुर, नईदुनिया रिपोर्टर। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मप्र विज्ञान व प्रोद्योगिकी परिषद विज्ञान भारती और पर्यावरण संरक्षण गतिविधि मध्य व क्षेत्र नर्मदा समग्र न्यास द्वारा राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। जिसका विषय है ईकोसिस्टम रीस्टोरेशन यानी पारिस्थतिक तंत्र की बहाली। जो कि बड़ा आवश्यक व गंभीर विषय है। वेबिनार में विशेषज्ञाें के रूप में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के राष्ट्रीय संयोजक गोपाल आर्या, राष्ट्रीय आयोजक सचिव जयंत सहस्रबुद्धे, मप्र शासन मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा के साथ ही मप्र विज्ञान व प्रोद्योगिकी परिषद विज्ञान भारती के डायरेक्टर जनरल डॉ अनिल कोठारी शामिल हो रहे हैं।
सदस्य डॉ. सुनीता शर्मा ने बताया कि यह आयोजन छह दिवसीय है। जिसमें हर दिन अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। विषय के अनुसार उद्देश्य यही है कि विद्यार्थियों को कैसे जागरूक किया जाए पर्यावरण संरक्षण के लिए। पारिस्थतिक तंत्र से सभी जुड़े हैं।लेकिन मानव की गलतियों की वजह से अब यह असंतुलित हो गया है।
इस अंसतुलन को संतुलन में बदलने की जरूरत है। इसी विषय पर यह वेबिनार आयोजित किया जा रहा है। जो स्थितियां बिगड़ गईं हैं उन्हें अधिक से अधिक पौधारोपण करके, बारिश के जल को संरक्षति कर, प्रदूषण को कम करके सुधारा जा सकता है।पशु-पक्षियों, जीव-जंतुओं को सुरक्षा देकर भी इस तंत्र को बहाल किया जा सकता है। अब क्योंकि इसे बिगाड़ा मानव ने है तो इसे सुधारने की जिम्मेदारी भी हमारी है। कुछ ऐसे ही उद्देश्य से यह आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में क्विज, निबंध, पोस्टर जैसे आयोजन होंगे। जिनसे विद्यार्थियों को जोड़ा जाएगा। साथ ही पर्यावरण मित्र भी बनाए जाएंगे। विद्यार्थियों को प्रेरित किया जाएगा कि वे पर्यावरण मित्र बनकर प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं।