नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। सिविल लाइंस स्थित रेलवे की मिलेनियम कॉलोनी में रेलवेकर्मी राजकुमार विश्वकर्मा और उसके मासूम बेेटे तनिष्क की हत्या के मुख्य आरोपित मुकुल सिंह को पुलिस ने बुधवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
रिमांड खत्म होने के पूर्व उसे न्यायालय में पेश किया गया था। पुलिस का दावा है कि आठ से दस दिन बाद फिर से उसे पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। जिसके बाद टीम उसे उन जगहों पर लेकर जाएगी, जहां-जहां उसने फरारी काटी। ताकि होटल, धर्मशाला व अन्य जगहों से उसके द्वारा जमा कराए गए दस्तावेज व अन्य चीजें जब्त की जा सकें।
इधर हत्याकांड की सहयोगी आरोपित और राजकुमार की बेटी को न्यायालय दो जून को शहडोल बालिका सम्प्रेषण गृह भेज चुकी है।
मुकुल ने पुलिस को बताया कि वह गुवाहाटी, शिलांग और बिहार के रांची में होटलों में रुका। इसके लिए उसने अपने और नाबालिग के फर्जी दस्तावेजों का उपयोग किया था, हालांकि वह यह नहीं बता पाया कि वह किन होटलों में रूका था, जिस कारण पुलिस की परेशानी थोड़ी बढ़ गई है।
यह है मामला
मिलेनियम कॉलोनी में रहने वाले जबलपुर रेल मंडल के हेड क्लर्क राजकुमार विश्वकर्मा (52) और उनके बेटे तनिष्क (9) की 14 और 15 मार्च की दरमियानी रात हत्या कर दी गई थी। वारदात का मुख्य आरोपी इसी कॉलोनी में रहने वाले रेलवे अधिकारी का बेटे मुकुल सिंह ने अंजाम दिया था। इसमें नाबालिग भी उसके साथ थी। नाबालिग को जहां पुलिस ने हरिद्वार से पकड़ा, वहीं मुकुल ने थाने में सरेंडर किया था।
हरिद्वार जाएगी टीम
इधर पुलिस टीम फिर से हरिद्वार जाएगी। वहां उक्त महिला पुलिस कर्मी समेत आश्रम में रहने वालों के बयान दर्ज किए जाएंगें। इस दौरान पुलिस वहां से सीसीटीवी फुटेज भी जब्त करेगी, ताकि आरोपियों के वहां होने की बात को और पुख्ता किया जा सके।