जबलपुर, नईदुनिया रिपोर्टर। समाज में रोटरी क्लब पीड़ित मानवता की सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रोटरी के जन्मदाता पॉल हैरिस की देन है कि देश के साथ ही शहर में रोटरी क्लब की 14 शाखाएं मानवता की सेवा के लिए काम कर रही हैं। जिसमें शहर के करीब 700 समाजसेवी जुड़े हैं। गौरतलब है कि शहर में वर्ष 1939 में रोटरी क्लब जबलपुर से रोटरी क्लब की शुरुआत हुई थी। समाजसेवा से लोगों को जोड़ने के लिए रोटरी की नींव रखने वाले पॉल हैरिस की प्रतिमा की स्थापना शहर के रोटरी हॉल पचपेढ़ी में की गई। पॉल हैरिस की यह मूर्ति पूर्व प्रांतपाल भाग सिंह पन्नू (रोटरी क्लब पटियाला के सदस्य) द्वारा निश्शुल्क प्रदान की गई है। सिर्फ शहर की नहीं भाग सिंह पन्नू देश के 116 प्रांतों में रोटरी के संस्थापक पॉल हैरिस की मूर्ति को निश्शुल्क प्रदान कर रहे हैं।
ग्रेनाइट पत्थर से बनी है प्रतिमा : मूर्ति की खासियत है कि यह ग्रेनाइट पत्थर की बनीं करीब चार फीट की मूर्ति है जो भूरे रंग की है। मूर्ति के अनावरण के दौरान पूर्व अध्यक्ष मंजीत सिंह भी उपस्थित रहे। संस्थापक की मूर्ति उन्हीं स्थानों पर दी जा रही है जहां रोटरी क्लब का खुद का कार्यालय है। भाग सिंह पन्नू व मंजीत सिंह का स्वागत पीपी एनके श्रीवास्तव ने किया। पीपी गीता शरत तिवारी, सरला धर व सुखवर्षा सहगल ने पुष्पगुच्छ प्रदान किया। कार्यक्रम संयोजक पूर्व अध्यक्ष बलदीप सिंह मैनी ने रोटरी के इतिहास की जानकारी दी। रोटरी क्लब ऑफ जबलपुर के अध्यक्ष समीर चड्ढा, सचिव लकी अरोरा ने प्रसन्नता जताई। पीपी लोकेश चौबे ने पीजीडी भाग सिंह पन्नू का परिचय दिया। आभार पीपी आइएस रूपराह ने दिया। इस अवसर पर पीपी पुनीत हांडा, आशुतोष बाजपेयी, अमिताभ मुखर्जी व अन्य सदस्य उपस्थित रहे।