Jabalpur News: टिकट दलालों पर नकेल कसने साफ्टवेयर कर दिया हैक
अनाधिकृत एप की मदद से तत्काल टिकट कन्फर्म कर उन्हें दो से चार गुना दामों में बेचा। इसे रोकने वाले अधिकारी को सम्मानित किया गया।
By Brajesh Shukla
Edited By: Brajesh Shukla
Publish Date: Mon, 22 Mar 2021 03:59:00 PM (IST)
Updated Date: Mon, 22 Mar 2021 03:59:07 PM (IST)

जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। ट्रेनों में सीट आरक्षित करने के लिए रेलवे ने तत्काल टिकट की सुविधा दी, लेकिन इस सुविधा का उपयोग यात्रियों ने कम दलालों ने ज्यादा उठाया। अधिकांश अनाधिकृत एप की मदद से तत्काल टिकट कन्फर्म कर उन्हें दो से चार गुना दामों में बेचा। इस पर लगाम लगाने के लिए रेलवे की आरपीएफ ने कई स्तर पर काम किया और उन्हें सफलता भी मिली। इस सफलता में सबसे महत्वपूर्ण कार्य जबलपुर रेल मंडल की आरपीएफ में सीनियर डीएससी के पद पर पदस्थ अरूण त्रिपाठी का रहा। इसके लिए उन्हें बेस्ट पुलिसिंग अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड के लिए चयनित हुए : उन्होंने गैरकानूनी तरीके से तैयार किए गए सॉफ्टवेयर से बुक होने वाले लगभग 58 करोड़ की ई-टिकट पकड़ने में सफलता हासिल की। इतना ही नहीं जितने भी अनाधिकृत एप चल रहे थे, उनकी पहचान कर उनके संचालन पर रोक लगाई, ताकि टिकट दलाल उनका उपयोग न कर सकें। उनकी इस उपलब्धि के लिए सर्वोच्च संस्थान फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री फिक्की ने साइबर क्राइम मैनेजमेंट कैटेगिरी में स्मार्ट पुलिसिंग अवॉर्ड 2020 के लिए चयनित किया है।
एएनएमएस साफ्टवेयर को किया हैक : उन्हें यह अवार्ड शनिवार को कोरोना गाइडलाइन की वजह से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए प्रदान किया गया। फिक्की के अनुसार डीएससी आरपीएफ पुणे के रूप में श्री त्रिपाठी ने आइआरसीटीसी के प्लेटफॉर्म को क्रेक करने वाले गैरकानूनी सॉफ्टेवयर एनजीईटी, एएनएमएस, रेड मिर्ची चलाने वाले आरोपित दीपल शाह और अमित प्रजापति को हिरासत में लेकर रेलवे टिकट प्लेटफॉर्म को हैक कर काला कारोबार चलाने वालों की मंशा पर पानी फेर दिया था।