जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। स्वामी विवेकानंद करियर मार्गदर्शन योजना, उच्च शिक्षा विभाग, जबलपुर संभाग द्वारा महामारी कोविड-19 के मद्देनजर संभाग के 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संभाग स्तरीय 'निश्शुल्क आनलाइन करियर काउंसलिंग' का आयोजन किया जा रहा है।
संभागीय नोडल अधिकारी, स्वामी विवेकानंद करियर मार्गदर्शन योजना, डॉ. अरुण शुक्ल ने बताया कि संभाग के संबंधित जिलों के 50 प्राध्यापक/काउंसलरों की संभाग स्तरीय 'करियर काउंसलिंग समिति' का गठन किया गया है। संभाग स्तरीय करियर काउंसलिंग समिति के सदस्यों द्वारा जबलपुर संभाग के 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को करियर काउंसलिंग, विषय चयन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की जानकारी, प्रवेश संबंधी जिज्ञासाओं का समाधान, स्कालरशिप की जानकारी, महाविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठयक्रमों के बारे में, उच्च शिक्षा विभाग की शासकीय योजनाओं की जानकारी काउंसलरों द्वारा आनलाइन मोबाइल के माध्यम व ईमेल के जरिए दी जा रही है साथ ही काउंसलिंग प्रदान की जा रही है। विद्यार्थी भी काउंसलरों से सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान कर रहे हैं। जिसमें विद्यार्थी विषय चयन से लेकर आनलाइन शिक्षा के तरीकों की जानकारी भी शामिल हैं।
कई विद्यार्थी इस नई नीति से अनभिज्ञ : कांउसलरों द्वारा बताया जा रहा है कि उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों के अंतर्गत है। कई विद्यार्थी इस नई नीति से अनभिज्ञ हैं। विद्यार्थी विषय का चयन सूझबूझ के साथ करें। स्नातक पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति के तहत तीन वर्षीय व चार वर्षीय है। अगर विद्यार्थी की रुचि केवल स्नातक डिग्री के बाद प्रशासनिक, बैंकिंग या दूसरी जॉब में है तो वह तीन वर्ष में अपनी स्नातक डिग्री पूर्ण कर सकता है। लेकिन अगर विद्यार्थी की रुचि स्नातकोत्तर डिग्री व शोध उपाधि करने की है तो ऐसे में विद्यार्थी को चार वर्ष में स्नातक शोध डिग्री प्राप्त करना होगी। स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश लेते समय छात्र/छात्राओं को विषय चयन करते समय बहुत ध्यान देने की जरूरत है। विद्यार्थी ई-प्रवेश पोर्टल पर प्रवेश शुल्क जमा करने के पूर्व राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में लागू च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के अंतर्गत विषय चयन करना होगा। इसमें एक मुख्य विषय, एक गौण विषय और एक वैकल्पिक विषय के साथ ही एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम और इंटर्नशिप/परियोजना का चयन पोर्टल से करना होगा। काउंसलरों द्वारा विद्यार्थियों को विषय चयन, प्रवेश संबंधी जानकारी, राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जानकारी, शासकीय योजनाओं, स्कालरशिप की जानकारी के साथ ही विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही करियर काउंसलिंग भी दी जा रही है।
स्नातक प्रथम वर्ष में विषयों के चयन संबंध में इस तरह के निर्देश दिए गए हैं :
1. मुख्य विषय -01
प्रत्येक संकाय के विद्यार्थी द्वारा लिए गए तीन विषयों में से एक विषय वह मुख्य विषय के रूप में पढ़ेगा। भविष्य में स्नातकोत्तर करने के लिए वह इसी मुख्य विषय में पात्र होगा। अतः मुख्य विषय का चयन विद्यार्थी के आगामी भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनसे या उनके पालकों को इस संबंध में अवगत कराते हुए उनसे चयन कराना है।
2. गौण विषय -01
मुख्य विषय के चयन के बाद ड्रॉप डाउन मेन्यु में शेष दो विषय ही दिखाई देंगे। उनमें से अपनी ही संकाय के एक विषय का चयन गौण या माइनर विषय के रूप में करना है।
3. वैकल्पिक विषय -01
मुख्य व गौण विषय चयन के पश्चात जो तीसरा विषय शेष बचा है उसे या अपने संकाय से ही वैकल्पिक विषय का चयन करें। अथवा विद्यार्थी को यह सुविधा दी गई है कि वह अपने संकाय के अतिरिक्त किसी अन्य संकाय के विषय का भी विकल्प के रूप में चयन कर सकता है। जिसका उस प्रवेशित महाविद्यालय में अध्यापन कराया जाता हो।
4. व्यवसायिक पाठ्यक्रम - 01
ड्रॉप डाउन मेन्यु में दी गई सूची में से प्रत्येक वर्ष विद्यार्थी को अपनी रुचि योग्यता के अनुसार रोजगार की संभावना को दृष्टि में रखते हुए एक व्यवसायिक पाठ्यक्रम का चयन करना है।
5. इंटर्नशिप/परियोजना
इसके अंतर्गत विद्यार्थी को प्रत्येक वर्ष अपनी संकाय के कार्य क्षेत्र में इंटर्नशिप/फील्ड प्रोजेक्ट में से किसी एक का चयन अपनी रुचि अपनी क्षमता व उपयोगिता के अनुसार करना है।