
जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। दुबई से आनलाइन किक्रेट सट्टा संचालित करने वाले सतीश सनपाल के करीब दिलीप खत्री को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिलीप मई माह से समय से फरार था वह आत्मसर्पण करने की फिराक में था। उस पर चार हजार रुपये का इनाम भी था। ओमती पुलिस ने उसे उस वक्त गिरफ्तार किया, जब वह आत्मसमर्पण करने के लिए कोर्ट जा रहा था। वह कोर्ट में दाखिल हो पाता, इसके पूर्व घेराबंदी कर उसे दबोचा गया। उसे गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा, जहां से उसकी पुलिस रिमांड मांगी जाएगी। ओमती पुलिस ने दिलीप, विवेक, संजय समेत हरीश मनानी उर्फ विक्की व अंकित पमनानी के खिलाफ बंदूक की नोंक पर एक परिवार को बंधक बनाने और क्रिकेट की सट्टे की रकम वसूलने के लिए चावला रेस्टारेन्ट और मकान की रजिस्ट्री अपने नाम कराने का प्रकरण दर्ज किया था। इसके अलावा दिलीप पर अन्य प्रकरण भी दर्ज है।
ज्ञात हो कि साहू कालोनी महानद्दा निवासी मनिंदर सिंह कंधारी रेलवे से सेवानिवृत्त कर्मी है। रसल चौक में उनका चावला रेस्टारेन्ट था। जिसका संचालन मनिंदर का बेटा जसलीन करता था। वर्ष 2015 में सिंह को पता चला कि जसलीन की दोस्ती क्रिकेट सट्टा खिलाने वाले बुकी दिलीप खत्री, संजय खत्री, विवेक खत्री, हरीश और अंकित से हो गई है। सभी ने जसलीन को क्रिकेट सट्टे की लत लगवाई और एक करोड़ से अधिक की रकम हरवा दी, जिसके बाद पांचों ने मनिंदर से सम्पर्क किया और कर्ज न चुकाने पर बेटे को जान से खत्म करने की धमकी दी।
मनिन्दर ने जल्द रकम चुकाने की बात कही, लेकिन आरोपी नहीं माने और मनिन्दर की पत्नी और बेटे को बंदूक की नोंक पर बंधक बना लिया। जिसके बाद मनिन्दर को रजिस्ट्री आफिस कलेक्ट्रेट भेजकर मार्च 2020 में जबरन चावला रेस्टारेन्ट और मकान की रजिस्ट्री अपने नाम पर करा ली थी। याद रहे कि 20 सितम्बर को दिलीप के भाई संजय और विवेक खत्री ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। ओमती पुलिस ने दोनों को पुलिस रिमांड पर लिया था। रिमांड खत्म होने के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया था। दिलीप की भी पुलिस रिमांड ली जाएगी। इस दौरान उसके धंधे से जुड़े एक-एक पहलुओं का जहां पता लगाया जाएगा, वहीं यह भी जांच की जाएगी कि उसके इस धंधे में और कौन-कौन शामिल था।