जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। वाराणसी एक्सप्रेस में जबलपुर से एलटीटी जा रहे यात्री के साथ लूटपाट की गई। घटना में पीड़ित व्यक्ति जबलपुर स्थित शंकर नगर सुहागी का रहने वाला है, जो मोबाइल एसेसरीज लेने मुंबई जा रहा था। पीड़ित यात्री ने इस मामले की शिकायत खंडवा जीआरपी थाने में दर्ज कराई। घटना 22 अक्टूबर की बताई जा रही है। इस मामले की जांच कर रही खंडवा जीआरपी गुरुवार को जबलपुर और बड़े ही गोपनीय तरीके से बीजेपी के पूर्व एल्डरमैन नरेंद्र वर्मा को उसके घर से उठाकर खंडवा ले गई।
जीआरपी खंडवा के मुताबिक यह पूरा मामला नकली क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर ट्रेन में यात्रियों के साथ लूटपाट करने का है। जीआरपी खंडवा की थाना प्रभारी बबीता कठेरिया के मुताबिक नकली क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर धोखाधड़ी करने वाले आरोपितों को गिरफ्तार कर उनसे नकदी जब्त की है। थाना प्रभारी ने बताया कि 22 अक्टूबर को ट्रेन 02168 वाराणसी-एलटीटी एक्सप्रेस के कोच एस 4 की बर्थ 49 पर सफर कर रहे जबलपुर के यात्री कृष्णकांत के साथ बुरहानपुर रेलवे स्टेशन आने के पहले दो अज्ञात व्यक्तियों ने क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर उसके पैसे छीन लिए।
चारों ने मिलकर बनाई थी लूटपाट की योजना: जांच के बाद क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर धोखाधड़ी करने वाले चार आरोपित पर मामला दर्ज किया गया है जिनमें जबलपुर आरपीएफ आरक्षक पंकज तिवारी, बीजेपी के पूर्व एल्डरमैन नरेंद्र वर्मा पिता स्व. ओपी वर्मा, न्यूज चैनल के ब्यूरो चीफ सचिन राव पिता स्व. श्री लक्ष्मण राव और इंद्रलोक सिटी बिल्डर सौरभ पिता वीरेंद्र शर्मा जीआरपी खंडवा ने धारा 384,170,419, 34 का मामला कायम किया है।
जीआरपी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित नरेंद्र वर्मा की नजर स्थानीय व्यापारियों के पैसे पर लंबे समय से थी । उसने ही फरियादी कृष्णकांत पटेल के मुंबई जाने पर नजर रखी थी। आरोपित सचिन राव को इसकी जानकारी दी। सचिन राव ने खंडवा तक कृष्णकांत पर नजर रखी । आरपीएफ आरक्षक संदीप तिवारी और सौरव शर्मा ने खंडवा से उस ट्रेन की यात्रा शुरू की और कृष्णकांत से गांजा के झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए पैसे ले लिए।