Jabalpur railway news: जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मुख्य रेलवे स्टेशन की पार्किंग को बेहतर करने रेलवे प्रशासन कदम तो उठा रहा है, लेकिन अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिली है। पार्किंग में वाहन खड़े करने को लेकर आए दिन यात्री और उनके परिजनों को ठेकेदार से विवाद हो रहा था। अब रेल कर्मचारियों से भी विवाद शुरू हो गया है। यह विवाद आरक्षण, पार्सल और सुरक्षा कर्मचारियों का नहीं बल्कि बुकिंग लॉबी के सामने खड़े हो रहे दो पहिया वाहनों को लेकर है। यहां खड़े हो रहे वाहनों की शिकायत कमर्शियल विभाग को की गई है, लेकिन इस शिकायत के बाद भी अभी तक इसका समाधान नहीं हुआ है। दरअसल रेल प्रशासन ने आदेश जारी कर यह स्पष्ट किया है कि रेलवे कर्मचारी भी दो पहिया वाहन का निर्धारित शुल्क जमा कराएंगे। अब इसको लेकर विवाद शुरू हो गया है। दूसरी ओर रेलवे कर्मचारियों में इस आदेश के बाद से आक्रोश व्याप्त है। रेलवे कर्मचारियों इस संंबंध में एक शिकायत की है।
विभाग के सामने बना लिया स्टैंड: रेलवे द्वारा प्लेटफार्म क्रमांक 1 और 6 की ओर वाहन पार्किंग का ठेका दिया गया है। इन दोनों ठेकेदारों ने रेल प्रशासन को पत्र लिखकर बताया है कि रेल कर्मचारियों द्वारा अपने कार्यालय के बाहर ही अस्थायी वाहन स्टेंड का बना लिया गया है, जो अपने वाहन इन अस्थायी स्टैंडों में खड़ा करते है और वाहन शुल्क भी नहीं देते है। जिससे लायसेंस फीस की भरवाई संभव नहीं हो पा रही है। बताया जाता है कि इस पत्र के बाद रेल प्रशासन द्वारा सभी रेल कर्मियों से वाहन शुल्क लेने का आदेश जारी किया गया था। जिसका कर्मचारी संगठनों ने जमकर विरोध किया। इसके बाद यह तय हुआ कि रेल कर्मचारियों से महिनें में 150 रुपए जीएसटी सहित वाहन शुल्क के रूप में लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व ठेकेदार द्वारा फीस जमा न करने पर रेलवे ने ठेका ही बंद करवा दिया था और वाहनों की पार्किंग आमजन के लिए निशुल्क कर दी थी।