जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर में एक दिन में संक्रमित मरीजों की संख्या नौ सौ तक पहुंच गई थी। हालात बिगड़ते देख जिला प्रशासन ने जबलपुर रेल मंडल को तत्काल आइसोलेशन कोच मदनमहल रेलवे स्टेशन पर खड़े कर आइसोलेट करने की सभी तैयारी रखने कहा था, लेकिन अब संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में गिरावट आई है। यह आंकड़ा नौ से अब तीन सौ तक आ पहुंचा है, जिसे देखते हुए जिला प्रशासन को अब इन कोचों की जरूरत नहीं है। जिला प्रशासन ने रेलवे से कहा है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए वर्तमान में इन कोचों की जरूरत नहीं है। जिसके बाद रेलवे ने इन कोचों को मदनमहल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तीन से हटाने की तैयारी शुरू कर दी है।
रेलवे ने भी ली राहत की सांस, 5 कोच जाएंगे वापस : जबलपुर रेल मंडल ने शहर के हालात को देखते हुए 21 आइसोलेशन कोचों में से पांच कोचों को संक्रमित मरीजों को भर्ती करने के लिए सभी स्वास्थ्य सुविधाओं से युक्त बनाया था। पांच कोचों में कुल 70 बेड बनाए गए, जिसमें हर कोच में आक्सीजन और हवा-पानी की व्यवस्था की गई। रेलवे ने समय रहते इन कोचों को तैयार कर शहर के लोगों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाया था। फिलहाल इन कोचों को यहां से हटाकर भेड़ाघाट या भिटौनी में खड़ा किया जाएगा। इन्हें यहां से ले जाने की सभी तैयारी कर ली गई है।
खजुराहो सांसद ने भी मांगी थी मदद : जबलपुर रेल मंडल द्वारा संक्रमित लोगों को आइसोलेट करने के लिए जो कोच तैयार किए थे, उनका उपयोग करने के लिए सबसे पहले खजुराहो सांसद वीडी शर्मा ने रेलवे को पत्र लिखकर मांगे थे। इधर रेलवे ने भी परिस्थितियों को भापते हुए तत्काल आइसोलेशन कोच जबलपुर से कटनी रवाना कर दिए गए। खजुराहो सांसद की तत्परता को देखते हुए जबलपुर के जनप्रतिनिधि आगे नहीं आए, लेकिन जिला प्रशासन ने रेलवे को पत्र लिखकर आइसोलेशन कोच तैयार करने कहा था, जिसके बाद इन कोचों को मदनमहल स्टेशन पर खड़ा किया गया था।