जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जबलपुर रेल मंडल की सीमा से लगे बोहानी रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेन के कोच का पहिया ट्रक से उतर गया। इस घटना को तकरीबन एक माह हो गया है, इसके बाद भी जबलपुर रेल मंडल के अनुभवी अधिकारी और जानकार घटना की सही वजह का पता नहीं लगा सके हैं ।
सूत्रों की मानें तो यह घटना इंजीनियरिंग विभाग के कुछ अधिकारियों के बीच चल रहे विवाद की वजह बताई जा रही है। ट्रैक मेंटेनेंस को लेकर इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों के बीच चल रही तनातनी की वजह से यह घटना हुई। यह बात जांच में भी सामने आई है, हालांकि रेलवे अभी भी इस घटना की दूसरी वजह तलाशने में जुटा है। जबलपुर रेल मंडल की जांच टीम को अब तक इस मामले में पुख्ता जानकारी नहीं मिली है। जांच के सभी पहलुओं को अभी भी संभावित माना जा रहा है।
आरपीएफ-जीआरपी कर रही जांच : इस मामले में जबलपुर रेल मंडल ने एक ओर विभागीय जांच बैठाई है तो वहीं दूसरी ओर आरपीएफ-जीआरपी भी इस मामले की जांच कर रही है। रेल मंडल ने इस जांच में स्थानीय पुलिस की भी मदद ली थी। रेलवे की प्रारंभिक जांच में होम सिग्नल से प्लेटफार्म की ओर आने वाले ट्रैक पर लोहे का टुकड़ा रखा गया था, जिस वजह से कोच के पहिए पटरी से उतरे, लेकिन यह टुकड़ा यहां आया कैसे। रेलवे का शक है कि यह काम रेलवे ट्रैक के आस-पास बसे गांव में रहने वालों से पूछताछ की जा रही है। रेलवे स्टेशन से महज पांच सौ मीटर दूर रेलवे ट्रैक पर लोहे का टुकड़ा रख दिया गया, लेकिन इसकी खबर रेलवे और जीआरपी- आरपीएफ किसी को नहीं लगी। जानकारों का कहना है कि घटना के वक्त ट्रेन प्लेटफार्म पर आ रही थी, जिससे उसकी स्पीड कम थी।