Jabalpur Railway News: जबलपुर। ट्रेनों में भीड़ बढ़ने के साथ ही अब नई ट्रेन चलाने की भी मांग उठने लगी है। कोरोना काल के बाद सुधरे हालात से ट्रेन में सफर करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। रेलवे ने यात्रियों को भीड़ और लंबी वेटिंग से राहत देने के लिए कुछ ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए हैं, लेकिन इससे भी राहत नहीं मिल रही। अब यात्री जबलपुर रेल मंडल से भीड़-भाड़ वाले रेल रूट में नई ट्रेन चलाने की मांग कर रहे हैं। इधर कई ऐसे रूट हैं, जिनमें पहले से ट्रेन चलाई जा रही थी, लेकिन वर्तमान में उन ट्रेनों को बंद कर दिया गया है। ऐसे रूट में भी ट्रेन शुरू करने की मांग तेज हो गई है।
दरअसल जबलपुर से दिल्ली होते हुए चंड़ीगढ़ और जबलपुर से गोंदिया होते हुए रायपुर तक नई ट्रेन चलाने की मांग जोर पकड़ रही है। शहर के यात्री से लेकर सामाजिक और धार्मिक संगठन से लेकर आर्मी रेजीमेंट की जरूरत को देखते हुए यह मांग तेज हो गई है। हालांकि अभी तक पश्चिम मध्य रेलवे और जबलपुर रेल मंडल के कमर्शियल और आपरेटिंग विभाग ने इस ओर कोई बड़ा कदम नहीं उठाया है।
पंजाब-हिमाचल प्रदेश के लिए ट्रेन नहीं
जबलपुर से दिल्ली जाने के लिए पांच ट्रेन हैं, जिसमें तीन नियमित हैं, लेकिन पंजाब और हिमाचल प्रदेश जाने के लिए एक भी सीधी ट्रेन नहीं है। शहर की मौजूदा हालात को देखते हुए अब इस रूट पर एक नई ट्रेन चलाने की मांग उठ रही है। कई सामाजिक संगठन ने नई ट्रेन चलाने के लिए रेल मंत्री से लेकर सांसद और रेलवे के सदस्यों का पत्र लिखकर मांग की है। अधिवक्ता कृष्ण कुमार बस्ती भी इस मांग को महीनों से उठा रहे हैं। उनका कहना है कि जबलपुर में छह सेना के मुख्यालय हैं । इसके साथ रक्षा निर्माणी भी शहर में हैं। इनमें काम करने वाले अधिकांश पंजाब और हिमाचल प्रदेश के हैं। उन्हें आने-जाने के लिए सीधी ट्रेन न होने की वजह से परेशान होना पड़ता है।
जबलपुर-रायपुर चलाने की मांग
जबलपुर से रायपुर के बीच एक मात्र ट्रेन नियमित चल रही है, जिसमें आसानी से सीट मिलना तो दूर, वेटिंग टिकट भी नहीं मिलती। इस दिनों ट्रेन के स्लीपर,एसी कोच में लंबी वेटिंग लगी है। इससे राहत देने के लिए मानव अधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन ने नई जबलपुर-रायपुर ट्रेन चलाने की मांग की है। इसे ट्रेन को जबलपुर से नैनपुर, बालाघाट होते हुए गोंदिया से रायपुर तक ट्रेन चलाने की मांग की जा रही है। संगठन का कहना है कि नई ब्राडगेज से रायपुर तक ट्रेन चलाई जाती है तो डोंगढ़गढ़, राजनांदगांव भी जुड़ जाएंगे। इधर रेलवे का कहना है कि वह इसके लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
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ट्रेनों में इन दिनों भीड़ है। यात्रियों को राहत देने के लिए लगातार अतिरिक्त कोच चलाए जा रहे हैं। नई ट्रेन चलाने संबंधित मांग को यदि आती है जो इसे जोन स्तर के अधिकारियों से अवगत कराया जाएगा।
विश्वरंजन, सीनियर डीसीएम, जबलपुर