Jabalpur Railway News: जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जबलपुर रेल मंडल की सीमा से गुजरने वाली ट्रेनों में पिछले एक सप्ताह में अवैध वेंडराें की संख्या बढ़ने के बाद आरपीएफ और कमर्शियल विभाग सक्रिय हाे या है, लेकिन ये भी अवैध वेंडराें काे कोच तक आने से रोकने में सफल नहीं हुए हैं। अवैध वेंडर को चलाने का काम कटनी, सिंगरौली और इटारसी से हो रहा है।
कटनी से जबलपुरिया और बरगवां से छोटा व्यक्ति इन अवैध वेंडरों को चलाने से लेकर इन्हें रोकने वालों से समन्वय बनाने का काम कर रहा है। एसी कोच से लेकर स्लीपर और जनरल कोच में अवैध वेंडर हैं, जो पानगुटका से लेकर खाने-पीने की सामग्री बेच रहे हैं। इनमें कई ऐसे वेंडर हैं, जो रेलवे की नजर में वैध हैं, लेकिन वे अपने साथ अवैध वेंडर को लेकर काम कर रहे हैं। जबलपुर स्टेशन के दोनों तरफ इन वेंडरों की भीड़ लगी है। कटनी से जबलपुर आने वाली ट्रेनों में सवार अवैध वेंडर कटनी आउटर पर उतरकर भाग निकलते हैं। यही हाल इटारसी से जबलपुर आने वाली ट्रेनों में हो रहा है। आरपीएफ स्टेशन पर अवैध वेंडर को पकड़ने का इंतजार करती है, लेकिन स्टेशन आने से पहले ही वे ट्रेन से उतर जाते हैं। प्लेटफार्म 1 और 6 के बाहर लगे अवैध ठेलों को हटाने के लिए कमर्शियल विभाग ने कलेक्टर इलैया राजा टी और निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के साथ अभियान चलाया। प्लेटफार्म छह से तो इन अवैध ठेलोें को हटा दिया गया, लेकिन प्लेटफार्म एक के बाहर जीआरपी थाने से पोस्ट आफिस तक आने वाली सड़क पर डटे अवैध वेंडरों को अब तक नहीं हटाया गया है। इस समय आधा दर्जन ठेले पर रात होते ही शराबियों का जमावड़ा लग जाता है, जिससे राहगीर यहां से निकलने में डर रहे हैं। डीआरएम संजय विश्वास ने भी इन्हें हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन हटने के बजाए इनकी संख्या और बढ़ गई है। आरपीएफ ने अवैध वेंडर को पकड़ने के लिए तीन टीम लगाई हैं। इनमें से एक टीम को मानिकपुर से सतना, दूसरी को सतना से जबलपुर और तीसरी को जबलपुर से इटारसी के बीच चलने वाली ट्रेनों में तैनात किया है। इन टीम ने अवैध वेंडर को पकड़ने के लिए अभियान चलाया और महज 10 दिन में 178 अवैध वेंडर पकड़े। इनमें जबलपुर रेलवे स्टेशन की सीमा में ही 45 से अधिक अवैध वेंडर पकड़े गए।