Jabalpur News : नई दुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। सूरत से बिहार स्थित अपने गांव जा रही एक 30 वर्षीय गर्भवती महिला ने चलती ट्रेन में बच्चे को जन्म दिया। महिला 6 माह की गर्भवती थी। प्रीमिच्योर डिलीवरी के चलते बच्चा मृत पैदा हुआ। जबलपुर पहुंचने पर महिला को एल्गिन अस्पताल में भर्ती किया गया। घटना रविवार देर रात की है।
बिहार के रहने वाले जोगिन्दर रविदास अपनी 6 माह की गर्भवती पत्नी आरती और दाे बच्चों के साथ सूरत से अपने गांव ट्रेन जा रहे थे। इसी बीच जबलपुर पहुंचने से करीब 2 घंटे पहले रास्ते में पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई और उसने ट्रेन के जनरल डिब्बे में बच्चे को जन्म दिया। बच्चा मृत पैदा हुआ। मौके पर मौजूद यात्रियों ने चैन पुलिंग कर ट्रेन रोकी और अधिकारियों ने जबलपुर ले जाने के लिए कहा। इसके बाद जबलपुर स्टेशन पर उतरे और एल्गिन अस्पताल में भर्ती किया। चिकित्सकों ने बताया कि महिला की स्थिति अब ठीक है।
मेटरनल-नियोनेटल (मातृ-शिशु) को कम करने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के गायनिक विभाग में जबलपुर संभाग के 8 जिलों से मेडिकल आफिसर इसमें तीन दिवसीय ट्रेनिंग ले रहे हैं। गायनिक विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. कविता एन सिंह ने बताया ट्रेनिंग में चिकित्सकों को मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए काम करना सिखा रहे हैं।
मंडला, कटनी, जबलपुर के ग्रामीण क्षेत्र,सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर से चिकित्सक शामिल होने पहुंचे हैं। डिवीजनल को-आर्डीनेटर मोहित ने बताया कि पहले दिन 5 सेशन में मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग एवं प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. कविता एन सिंह, डॉ. प्रियदर्शनी तिवारी, डॉ. अर्चना सिंह, डॉ. भारती साहू, डॉ. विनिता घनघोरिया के साथ पीडियाट्रिक विभाग से विभागाध्यक्ष डॉ. मोनिका लॉजरस, डॉ. अखिलेंद्र सिंह परिहार व पीएसएम से डॉ. नीरज राय मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी।