जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। क्रिकेट सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं, जिससे पता चलता है कि सट्टा कारोबार के तार अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जुड़े हैं। सटोरिया सतीश सनपाल की गैंग पर ताबड़तोड़ कार्रवाई के दौरान जब्त लैपटाप व मोबाइल के सहारे पुलिस गैंग के सफाए की तैयारी कर रही है। तमाम सटोरिए भाग खड़े हुए हैं।
दिलीप खत्री, उसके भाई संजय खत्री, विवेक व अन्य सटोरियों की तलाश में पुलिस ने बुधवार को दबिश दी। कई ठिकानों पर एक साथ चली कार्रवाई के बावजूद वे हाथ में नहीं आए। पुलिस को पता चला है कि सटोरिए शहर में ही छिपकर बैठे हैं। जिले की सीमाओं में नाकाबंदी की गई है। पुलिस कांबिंग गश्त कर रही है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि सटोरियों को नहीं बख्शा जाएगा। सतीश सनपाल के कार्यालय, उसकी गैंग से जुड़े अन्य सटोरियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं। सनपाल का पासपोर्ट रद कराने की प्रक्रिया की जा रही है। इधर, बताया जा रहा है कि पुलिस तक ऐसी सूचना पहुंची है कि सटोरियों ने सट्टे से कमाई रकम का प्रापर्टी में निवेश किया है। विजयनगर क्षेत्र में करोड़ों की संपत्ति सटोरियों ने खरीदी है। आयकर जांच में उनकी बेनामी संपत्तियों का भी पता लगाया जा रहा है।
यह है मामला-
आइपीएल क्रिकेट सट्टे का नेटवर्क ध्वस्त करने में जुटी पुलिस ने सटोरियों के दो ठिकानों पर दबिश दी थी। रसलचौक में चावला रेस्तरां तथा गोपाल आर्केट की पहली मंजिल पर विवेक एजेंसी में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लाखों रुपये जब्त किए थे। इस दौरान सतीश सनपाल के करीबी सटोरियों मुरली खत्री, संजय खत्री, नितिन पांडेय, उत्सव चौरसिया को पकड़ा गया था। सटोरियों के कब्जे से 30 लाख 46 हजार रुपये नकद, लैपटाप, छह मोबाइल फोन, चैक बुक, पास बुक, डेबिट व क्रेडिट कार्ड तथा नोट गिनने की मशीन जब्त की गई थी।