नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। रविवार को जबलपुर से चलकर पुणे जाने वाली स्पेशल ट्रेन 02132 को शनिवार शाम रद करने का निर्णय लिया गया। पश्चिम मध्य रेलवे जोन के आपरेटिंग विभाग ने सोलापुर में चल रहे एनआइए वर्क की वजह बताते हुए ट्रेन को रद कर यात्रियों के मोबाइल नंबर पर ट्रेन रद होने का मैसेस भी भेज दिया गया।
मैसेज को देखकर यात्रियों ने अपनी यात्रा रद कर दी। रविवार सुबह तकरीबन साढ़े नौ बजे आपरेटिंग विभाग ने रद ट्रेन को पुन: चलाने का निर्णय लिया और ट्रेन रवाना से लगभग पांच घंटे पहले यात्रियों को मैसेज के जरिए इसकी जानकारी दी, लेकिन तब तक सैकड़ों यात्रियों ने अपनी यात्रा रद कर दी।
जोन के निर्णय के बाद मुख्य जनसंपर्क विभाग ने भी ट्रेन रद होने की सूचना जारी कर दी। इंटरनेट मीडिया से लेकर अलग-अलग जगह पर ट्रेन रद होने की खबर लगते ही यात्रियों ने अपना सफर रद कर दिया। इस बीच कुछ ऐसे यात्री भी थे, जिन्हें ट्रेन रद होने की जानकारी न तो मोबाइल पर मिली और न ही अन्य माध्यम से। ये यात्री ट्रेन रवाना होने के तय समय के मुताबिक जबलपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे। इस वजह से उनकी यात्री रद नहीं हो सकी।
यात्रियों ने कहा कि रेलवे के इस तरह से निर्णय से यात्रियों की परेशानी कम होने की बजाए बढ़ जाती है। इधर जोन के चीफ प्रिंसिपल ट्रैफिक मैनेजर यानि सीपीटीएम के जल्दबाजी में लिए गए निर्णय से यात्रियों के सफर रद होने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ट्रेन रद होने के बाद ट्रेन रवाना होने के चंद घंटे पहले ट्रेन चलने की जानकारी दी गई।
जबलपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन को रद करने के बाद यात्रियों द्वारा आनलाइन और आफलाइन से ली रिजर्वेशन टिकट का रिफंड करने की प्रक्रिया में डाल दिया, लेकिन ट्रेन को चंद घंटे पहले चलाने का निर्णय लिया। इसकी वजह से अधिकांश यात्री, समय पर स्टेशन नहीं पहुंच पाए और उनकी ट्रेन छूट गई।
आपरेटिंग विभाग की इस लापरवाही पूर्ण लिए निर्णय से यात्रियों को टिकट का रिफंड मिलना मुश्किल हो गया है। वे परेशान है कि एक ओर उनकी यात्रा रद हो गई और दूसरी ओर उनके द्वारा कराया गया रिजर्वेशन का रिफंड अब उन्हें नहीं मिलेगा। हालंकि इसको लेकर कई यात्री उपभोक्ता फोरम जाने की तैयारी में भी जुट गए हैं।
जबलपुर से पुणे जाने वाली स्पेशल ट्रेन 02132 को आपरेटिंग विभाग ने शनिवार को रद कर दिया था, लेकिन रविवार सुबह इसे फिर चलाने का निर्णय लिया गया है। यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसलिए रद होने और रिस्टोर होने, दोनों संदेश उनके मोबाइल पर भेजे गए हैं। वहीं अन्य माध्यमों से भी इसकी जानकारी दी जा रही है।
डा. मधुर वर्मा, सीनियर डीसीएम, जबलपुर