जबलपुर। स्केटिंग यानी पैरों में चके वाले जूते पहनकर, एक समतल धरातल पर बैलेंस बनाते हुए चलना। जब छोटेछोटे बच्चे स्केटिंग शूज पहनकर हवा से बातें करते हुए लहराते चलते हैं तो हर देखने वाला उन्हें देखता ही रह जाता है। कुछ ऐसा ही नजारा स्मॉल वंडर स्कूल के प्ले ग्राउंड में देखने मिल रहा है लेकिन यहां बच्चों के साथ कुछ बच्चों की मम्मियां भी स्केटिंग शूज पहनकर स्केटिंग करती नजर आ रही हैं। मम्मियों का कहना है कि पहले स्पोर्ट्स में बहुत रुचि थी लेकिन शादी के बाद सब छूट गया, अब इसी बहाने एक बार नई शुरुआत हो रही है।
गिरकर फिर संभलने की हिम्मत-
बेटी कोमल और बेटे विराज के साथ स्केटिंग करने आने वाली वैशाली हुड़ेकर ने बताया कि वे पहले फुटबॉल और क्रिकेट खेलती थीं। लेकिन अब सब छूट गया। बच्चों को लेकर आई तो इतने बच्चों को देखकर मेरा मन नहीं माना, इसलिए मैंने भी स्केटिंग शुरू कर दी। स्केटिंग करने के पहले सबसे ज्यादा जरूरी है गिरकर संभलने का हुनर। अभी अच्छे से नहीं बैलेंस नहीं बना पाती तो गिरती भी हूं लेकिन मुझे सीखने का जुनून है तो गिरने के बाद फिर उठकर स्केटिंग करने लगती हूं।
उत्साह और हिम्मत की जरूरत-
स्केटिंग कोच व योगाचार्य रामकिशोर सोनी ने बताया कि स्केटिंग करने के लिए सबसे जरूरी है उत्साह और हिम्मत। कुछ ही मम्मियां हैं जो इसकी शुरुआत कर पा रही हैं। जिनमे से वैशाली नियमित हैं। इन मम्मियों का मानना है कि फिटनेस बनाए रखने और वजन कम करने के लिए स्केटिंग बहुत अच्छी एक्सरसाइज है।
यह होते हैं फायदे-
- स्टेमना बढ़ता है।
- शरीर में लचीलापन एकाग्रता बढ़ती है।
- बॉडी शेप में आती है पैरों की मसल्स मजबूत होती है।
- ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है।
- कमर और पैरों पर वजन पड़ने से पेट, कमर का वजन कम होता है।
- मेसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी के निष्कर्ष के अनुसार पैदल चलने से जोड़ों में होने वाले 50 फीसदी दर्द स्केटिंग से दूर किया जा सकता है।
- स्केटिंग से मोटा पुरुष प्रतिदिन 10 व महिला 9 कैलोरी जला सकती है।
- स्वास्थ्य लाभ के साथ स्केटिंग संगीत, नृत्य और गाना गाने की तरह तनावमुक्ति में भी लाभदायक है।
डाइट पर ध्यान देना जरूरी
स्केटिंग करते हुए बहुत ताकत लगती हैं और पसीना भी बहुत आता है। ऐसे में जो भी स्केटिंग करते हैं उन्हें अपनी डाइट पर ध्यान देने की जरूरत है। स्केटिंग प्रशिक्षक रामकिशोर सोनी ने बताया कि वे स्केटिंग सीखने आने वाले स्टूडेंट्स को नियमित चना, किशमिश, काजू,बादाम, मखाने के साथ ही फल व सब्जियां खाना चाहिए। इसके अलावा सलाद का उपयोग भी नियमित करना चाहिए।
यह रखें सावधानी-
तमाम फायदों के बावजूद स्केटिंग करते हुए हेलमेट, नी गार्ड,रिस्ट गार्ड, एल्बो गार्ड पहनना भी नहीं भूलना चाहिए। यह पहनने से गिरने पर बचाव होता है क्योंकि बिना गिरे स्केटिंग नहीं सीखी जा सकती।