जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जबलपुर रेल मंडल की सीमा में आने वाले लगभग 100 रेलवे स्टेशन से लगे संसदीय क्षेत्रों के सांसद, यात्री सुविधाओं से जुड़े मुद्दों को उठाने और मौजूदा सुविधा की समीक्षा करने जबलपुर पहुंचे। मंडल द्वारा आयोजित इस बैठक में 17 सांसदों को आना था, लेकिन सिर्फ आठ सांसद ही पहुंचे। शुक्रवार को होटल विजन महल में हुई बैठक में रेलवे की ओर से पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सुधीर गुप्ता, जबलपुर रेल मंडल के डीआरएम विवेक शील समेत सभी मंडल के आला अधिकारी मौजूद रहे।
इधर, आठ सांसदों ने बारी-बारी से अपने संसदीय क्षेत्र में मौजूद रेल सुविधा को बेहतर करने का सुझाव दिया और कई मांगों को समय पर पूरा करने कहा। इस दौरान किसान और उनके परिजनों को रेलवे द्वारा नौकरी देने के वादे से मुकरने का मुद्दा गर्म था। एक या दो नहीं, बल्कि चार सांसदों ने एक सुर में पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा सतना, पन्नाा, ललितपुर, नागौद, रीवा, सीधी के किसान और उनके परिजनों को रेलवे द्वारा नौकरी देने का वादा करने के बाद भी नौकरी न देने पर नाराजगी जताई। एक सांसद ने तो यहां तक कह दिया कि रेलवे ने उम्मीदवारों को ज्वाइनिंग लेटर तक दे दिए, लेकिन जब नौकरी देने की बात आई तो पीछे हट गए। इधर रेलवे ने सांसदों के सवालों को जवाब देने पर कहा कि रेलवे नीति के आधार पर इस पर काम किया जा रहा है।
पांच सांसद और तीन राज्यसभा सदस्य पहुंचे-
बैठक में सांसद और राज्य सभा सदस्य मिलाकर 17 सांसदों को आना था, लेकिन बैठक में सिर्फ आठ ही पहुंचे। इनमें सतना सांसद गणेश सिंह, होशंगाबाद सांसद उदय प्रताप सिंह, रीवा सांसद जनार्दन मिश्र, सीधी सांसद रीति पाठक, सागर सांसद राज बहादुर सिंह, राज्य सभा सदस्य अजय प्रताप सिंह, राज्य सभा सदस्य सुमित्रा महाजन, राज्य सभा सदस्य कैलाश सोनी मौजूद रहे। वहीं सांसद राकेश सिंह अस्वस्थ्य होने की वजह से नहीं आए। उन्होंने पत्र के माध्यम से जबलपुर और आस-पास के रेलवे स्टेशन में यात्री सुविधा बढ़ाने पर जोर दिया। वहीं खजुराहो सांसद बीडी शर्मा नहीं आए, उनकी जगह उनके प्रतिनिधि पूर्व महापौर शशांक श्रीवास्तव मौजूद रहे।
जबलपुर से नागपुर के बीच चले नियमित ट्रेन
बैठक में जबलपुर की राज्यसभा सदस्य सुमित्रा बाल्मीक ने जबलपुर से आन्ध्रप्रदेश तक गोंदिया, दुर्ग रूट से ट्रेन चलाने की बात कही। उन्होंने रेलवे भूमि से अतिक्रमण हटाकर विकास करने पर जोर दिया। वहीं जनशताब्दी की तरह जबलपुर से नागपुर के लिए दैनिक ट्रेन चलाने और त्योहारों पर गाडियों में अतिरिक्त कोच लगाने का सुझाव दिया। इसके अलावा राज्यसभा सदस्य अजय प्रताप सिंह, राज्यसभा सदस्य कैलाश सोनी ने भी यात्री सुविधा के लिए कई मांगों को रेलवे के समक्ष रखा।
जमीन के बदलें किसानों को दें रोजगार
होशंगाबाद सांसद उदय प्रताप सिंह ने इटारसी से जबलपुर के बीच शटल ट्रेन को फिर से शुरू करने पर जोर दिया। सांसद रीवा जनार्दन मिश्र ने किसानों से ली गयी जमीन के बदले लोगों को रोजगार देने पर जोर दिया। सीधी सांसद रीति पाठक ने किसानों की जमीन लेने के बाद भी नौकरी न देने पर रेलवे से कहा कि वे इस पर जल्द से जल्द निर्णय लें। सागर युवा सांसद राज बहादुर सिंह ने सागर स्टेशन के बाहर अतिक्रमण हटाने एवं बिल्डिंग के सौंद्रयीकरण, नए प्लेटफार्म बनाने, पर्यटन एवं शिक्षा के क्षेत्र में सागर के विकास की मांग उठाई।
सतना सांसद गणेश सिंह ने मानिकपुर से सतना, सतना से इटारसी के लिए शटल ट्रेन चलाने की बात की। उन्होंने सतना में रेल ओवर ब्रिज बनाने, मालगोदाम को शिफ्ट करने, कैमा स्टेशन का विकास करने पर जोर दिया।
यह रहे मौजूद
बैठक में रेलवे के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक विजय कुमार गुप्ता, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक मुकुल सरण माथुर, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी एसके अलबेला, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एके सिंह, प्रमुख मुख्य अभियंता अनिल कुमार पाण्डेय, प्रमुख मुख्य विद्युत अभियंता डॉ. राकेश कुमार गुप्ता, मुख्य वाणिज्य प्रबंधक ब्रजेन्द्र कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता, अमितोज बल्लभ, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव, उपमहाप्रबंधक अनुराग पाण्डेय, सीनियर डीसीएम विश्व रंजन, अभिराम खरे, जेपी सिंह, संजय मनोरिया, विराट गुप्ता, मनीष पटेल, सुनील श्रीवास्तव, देवेश सोनी मौजूद रहे।