नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। शहर की एक 16 वर्षीय किशोरी को ऑनलाइन गेम के जरिए फंसाकर एक मुस्लिम युवक ने अपहरण कर लिया और उसे मुंबई ले गया। युवक ने पहचान छिपाकर ‘पूजा’ नाम से गेमिंग आईडी बनाई और किशोरी से दोस्ती कर ली। यह दोस्ती धीरे-धीरे बातचीत और फिर मिलने तक पहुंच गई।
युवक किशोरी को अपने साथ जबरन मुंबई ले गया। लेकिन स्टेशन पर पहुंचने के बाद किशोरी को युवक के इरादों पर शक हुआ। इसके बाद उसने मौके पर मौजूद जीआरपी जवान से मदद ली, जिससे वह सुरक्षित वापस लौट सकी।
किशोरी ‘फ्री फायर’ ऑनलाइन गेम खेलती थी। गेमिंग के दौरान एक माह पहले उसकी दोस्ती ‘पूजा’ नाम की आईडी से खेलने वाले से हुई। पूजा समझकर किशोरी ने उससे मोबाइल नंबर साझा कर लिया और फिर इंस्टाग्राम-व्हाट्सएप पर बातचीत शुरू हुई। असल में वह आईडी तनवीर आलम नामक युवक चला रहा था, जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
20 जुलाई को तनवीर ने किशोरी को मिलने बुलाया। किशोरी अपने परिजनों को बिना बताए रेलवे स्टेशन पहुंच गई। वहां उसे तनवीर ने असली पहचान के साथ बताया कि वह लड़का है। पहले तो किशोरी चौंकी, लेकिन तनवीर ने बातों में उलझाकर उसे मुंबई घुमाने के नाम पर ट्रेन में बैठा लिया।
किशोरी के अनुसार ट्रेन यात्रा के दौरान तनवीर कई लड़कियों की फोटो और मैसेज देख रहा था। उसके फोन पर संदिग्ध कॉल्स भी आ रहे थे। मुंबई स्टेशन पर उतरते ही तनवीर ने किसी को फोन कर कहा - 'माल आ गया है, स्टेशन से उठा लो।' ये सुनकर किशोरी को खतरे का अहसास हुआ और वह तुरंत GRP जवान के पास पहुंची।
जीआरपी जवान की सहायता से किशोरी ने खुद को सुरक्षित कराया। तनवीर वहां पहुंचा और उसे अपनी बहन बताने लगा। लेकिन पुलिस को शक हुआ और जब जवान ने थाने चलने को कहा, तो तनवीर मौके से भाग गया।
मुंबई जीआरपी ने तुरंत जबलपुर पुलिस से संपर्क किया। किशोरी को 21 जुलाई को वापस लाया गया। इसके बाद परिजनों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर तनवीर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। आरोप लगाया गया कि वह लव जिहाद और मानव तस्करी में लिप्त है और किशोरी को दुबई भेजने की तैयारी कर रहा था।
पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। किशोरी की शिकायत के आधार पर जल्द ही आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।