जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। ट्रेनें शुरू होते ही इनमें यात्रियों की संख्या भी अब तेजी से बढ़ रही है। रेलवे ने ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों को कोरोना नियमावली का पालन करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन रेलवे का आरपीएफ विभाग ही इसका पालन नहीं करवा पा रहा है। दरअसल कमर्शियल विभाग ने मंडल की सीमा से गुजरने वाली 6 ट्रेनों में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए बिना टिकट और अनाधिकृत यात्रा करने वाले यात्रियों से जुर्माना वसूला, लेकिन सवाल यह है कि जब रेलवे ने कोरोना नियमावली के तहत कंफर्म टिकट न होने वाले यात्री को स्टेशन परिसर में प्रवेश देने पर रोक लगा रखी है तो आखिर ट्रेन में बिना टिकट यात्री कैसे सवार हो गए।
बिना टिकट, प्लेटफार्म पर घूम रहे लोग:
कमर्शियल विभाग के सीनियर डीसीएम कोचिंग मनोज गुप्ता ने जांच टीम के साथ ट्रेन में जांच की। इस दौरान अनाधिकृत और बिना टिकट यात्रा करने वालों से 3 लाख 51 हजार का जुर्माना वसूला। जबलपुर रेल मंडल के रेलवे स्टेशन परिसर में प्रवेश देने से पहले यात्रियों की जांच की जिम्मेदारी आरपीएफ की है। जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक और 6 के प्रवेश द्वार पर तैनात आरपीएफ जवानों को बिना टिकट यात्रियों को स्टेशन पर प्रवेश न देने के निर्देश हैं, पर इसका पालन नहीं हो पा रहा है। इसका जीता जागता उदाहरण ट्रेन में मिले बिना टिकट यात्री है।
कटनी-सतना के बीच ट्रेनों की जांच रेलवे के कमर्शियल विभाग ने की:
चेकिंग टीम ने त्योहार के बाद चल रही ट्रेनों में भीड़ का फायदा उठाकर बेटिकट यात्रा करने वालो के खिलाफ़ जांच शुरू कर दी है। इसके तहत मुख्य रेलवे स्टेशन से लेकर कटनी-सतना के बीच संघमित्रा एक्सप्रेस, पवन एक्सप्रेस, दानापुर-पुणे स्पेशल, पुणे-पटना स्पेशल, पटना-मुंबई एलटीटी सहित 6 ट्रेनों में टीम ने औचक टिकट चेकिंग की। जांच के दौरान बेटिकट यात्रियों से 3 लाख 51 हजार 200 रुपए का जुर्माना वसूला गया।